
ऑनलाइन धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम! अब आपका डिजिटल पेमेंट होगा और भी सुरक्षित
- 25-May-25 08:45 AM
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नई दिल्ली ,25 मई । टेक्नोलॉजी ने हमारी जिंदगी को जितना आसान बनाया है, उसके साथ उतने ही खतरे भी जुड़े हैं। इंटरनेट की बढ़ती पहुँच के बाद से पैसों के लेन-देन में सबसे बड़ा बदलाव आया है। अब अधिकांश लोग ऑनलाइन माध्यम से ही भुगतान करते हैं, चाहे किसी को पैसे भेजने हों या दुकान से खरीदारी करनी हो। अगर आप भी ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। अब आपका डिजिटल पेमेंट और भी ज्यादा सुरक्षित होने जा रहा है।
साइबर फ्रॉड पर 'सुरक्षा कवचÓ
पिछले कुछ समय में डिजिटल पेमेंट में धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं। साइबर क्राइम और ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने के लिए टेलीकॉम कंपनियों से लेकर सरकार तक नए कदम उठा रही है। अगर आप क्कढ्ढ ऐप्स जैसे- क्कड्ड4ह्लद्व, क्कद्धशठ्ठद्गक्कद्ग, त्रशशद्दद्यद्ग क्कड्ड4 और क्च॥ढ्ढरू का इस्तेमाल करते हैं, तो अब आपका ऑनलाइन पेमेंट पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। साइबर क्रिमिनल्स अब आपके पैसे पर सेंध नहीं लगा सकेंगे।
'फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटरÓ करेगा अलर्ट
आपको बता दें कि टेलीकॉम विभाग की तरफ से डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित रखने के लिए एक नया 'सुरक्षा कवचÓ तैयार किया गया है। इस नए सुरक्षा कवच का नाम 'फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटरÓ है। टेलीकॉम विभाग द्वारा पेश किए गए इस नए टूल का काम उन मोबाइल नंबर्स की पहचान करना है जो धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं या पहले से शामिल किए गए हैं।
बैंकों और नॉन-बैंकिंग प्लेटफॉर्म्स दोनों के लिए प्रभावी
अगर कोई मोबाइल नंबर साइबर अपराध के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, तो फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर उसे तुरंत ब्लॉक कर देगा। इतना ही नहीं, यह टूल यूजर्स को साइबर फ्रॉड से अलर्ट भी करेगा। जैसे ही कोई संदिग्ध नंबर किसी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में शामिल होता है, स्नक्रढ्ढ टूल उसे पहचान कर तुरंत वित्तीय संस्थानों को अलर्ट कर देगा। इससे यूजर्स के साथ फ्रॉड होने की संभावना पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर टूल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सिर्फ बैंकों के लिए ही काम नहीं करेगा, बल्कि यह नॉन-बैंकिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे क्कड्ड4ह्लद्व, क्कद्धशठ्ठद्गक्कद्ग, त्रक्कड्ड4 जैसे प्लेटफॉर्म पर होने वाले ऑनलाइन फ्रॉड से भी यूजर्स को अलर्ट करेगा। यह लेटेस्ट टूल उन नंबरों पर कड़ी नजर रखेगा जो पहले से किसी धोखाधड़ी में जुड़े पाए गए हों, जिनका ्यङ्घष्ट या वेरिफिकेशन पूरा न हो, या फिर जो नियमों का उल्लंघन कर रहे हों। यह कदम डिजिटल लेनदेन को और अधिक विश्वसनीय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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