के.ए. पॉल ने कांग्रेस के दलबदलुओं और मंत्री पौंगुलेटी पर लगाए गंभीर आरोप

  • 26-Oct-24 02:30 AM

 तेलंगाना संकट के बीच भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का मामला*

 

# तेलंगाना में बाढ़ के संकट के दौरान राजनीतिक प्रचार के लिए सरकारी हेलिकॉप्टर के कथित दुरुपयोग का मामला

 

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (आरएनएस)।वैश्विक शांति पहल के अध्यक्ष, डॉ. के.ए. पॉल ने तेलंगाना प्रशासन की कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि एक सरकारी हेलिकॉप्टर, जिसका उपयोग हाल ही में आई बाढ़ के दौरान मानवीय राहत कार्यों के लिए होना चाहिए था, उसे राजनीतिक प्रचार के लिए उपयोग किया गया। यह विवाद तब उठता है जब तेलंगाना विशेष रूप से खम्मम जैसे क्षेत्र गंभीर बाढ़ संकट का सामना कर रहा हैं।

डॉ. पॉल ने कहा कि  "जब खम्मम के लोग बाढ़ से प्रभावित हो रहे हैं, तो हेलिकॉप्टर को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया गया।" उन्होंने अपने मानवतावादी कार्यों का उल्लेख किया और कहा कि सरकारी संसाधनों का प्राथमिक उपयोग जनता की भलाई के लिए होना चाहिए। बता दें कि  डॉ. पॉल ने स्वयं 2004 में आई सुनामी के दौरान अपने निजी विमान का इस्तेमाल करके  राहत कार्य किया था। डॉ. पॉल ने यह भी कहा कि इस हेलिकॉप्टर में बड़ी रकम, जो कि सौ करोड़ से अधिक हो सकती है, का परिवहन किया गया। उन्होंने इस पर गहन जांच की मांग की और कहा, "सार्वजनिक धन और संसाधनों का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। डॉ. पॉल ने तेलंगाना उच्च न्यायालय में व्यक्तिगत रूप से दायर एक मामले में, उन 10 विधायकों की अयोग्यता की मांग की जो बीआरएस के टिकट पर चुने गए थे और कांग्रेस में शामिल हो गए। पूर्व में आए न्यायायिक निर्णयों का हवाला देते हुए, उन्होंने भारतीय संविधान की दसवीं अनुसूची जो ऐसे दलबदल को रोकती है का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "इन विधायकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों के जनादेश का विश्वासघात किया है और उन्हें तुरंत अयोग्य ठहराया जाना चाहिए। डॉ. पॉल ने कांग्रेस द्वारा उठाए गए तर्कों का जवाब देते हुए कहा कि केवल स्पीकर अयोग्यता पर निर्णय ले सकता है, यह लोकतांत्रिक मानकों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, "किसी एक पार्टी के स्पीकर द्वारा अपने ही दल के दलबदलुओं को निष्पक्ष रूप से अयोग्य ठहराने का प्रश्न ही नहीं उठता। डॉ. पॉल ने तेलंगाना कांग्रेस मंत्री पौंगुलेती श्रीनिवास रेड्डी की कथित धमकियों पर भी कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मंत्री की संपत्ति और सरकार में प्रभाव की उत्पत्ति की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "सार्वजनिक कार्यालय में कोई भी व्यक्ति जांच से बच नहीं सकता। तेलंगाना उच्च न्यायालय ने इस मामले पर 4 नवंबर 2024 को सुनवाई की तिथि निर्धारित की है। डॉ. पॉल ने न्यायपालिका की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि राजनीतिक भ्रष्टाचार के मामलों का तुरंत समाधान होना चाहिए। डॉ. पॉल ने कहा कि सरकार को जनता की आवश्यकताओं को राजनीतिक स्वार्थों से ऊपर रखना चाहिए। उन्होंने नागरिकों की भलाई को सर्वोपरि बताया और कहा, "तेलंगाना के नागरिकों को ऐसे नेताओं की आवश्यकता है जो जनता के हितों को पहले रखें।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment