के.ए. पॉल ने पाक को रूसी सैन्य सहायता देने का लगाया आरोप, अमेरिका से रूस पर प्रतिबंध की मांग

  • 10-Jun-25 01:33 AM

0-रूस को बताया दक्षिण एशिया की स्थिरता के लिए खतरा; वाशिंगटन में जुटाया द्विदलीय समर्थन
नई दिल्ली, 10 जून (आरएनएस)। विश्व प्रसिद्ध शांति कार्यकर्ता डॉ. के.ए. पॉल ने आज दिल्ली के ए.पी. भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मामलों पर विस्तार से अपनी बात रखी। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस डॉ. पॉल के हालिया अमेरिका दौरे के बाद आयोजित हुआ, जहां उन्होंने वॉशिंगटन डी.सी. और न्यूयॉर्क में अमेरिकी सीनेट के वरिष्ठ डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सदस्यों सहित वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। डॉ. पॉल ने अमेरिका से रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने की अपील की, यह आरोप लगाते हुए कि मास्को पाकिस्तान को सैन्य सहायता प्रदान कर दक्षिण एशिया में अस्थिरता फैला रहा है। उन्होंने कहा, रूस हमारे पीठ में छुरा घोंप रहा है। वह पाकिस्तान को फंडिंग और हथियार दे रहा है, जबकि भारत लगातार आतंकवादी हमलों का सामना कर रहा है। डॉ. पॉल के अनुसार, अमेरिका में डेमोक्रेट्स के सभी और रिपब्लिकन्स के लगभग 80त्न सांसद रूस पर नए प्रतिबंधों के समर्थन में हैं, जिन्हें इस महीने के अंत तक लागू किया जा सकता है। विश्व शांति सम्मेलन की घोषणा जल्द
डॉ. पॉल ने बताया कि वह इस वर्ष के अंत तक न्यूयॉर्क में विश्व का सबसे बड़ा वैश्विक शांति सम्मेलन आयोजित करने जा रहे हैं। इस सम्मेलन में यूक्रेन युद्ध, गाज़ा संघर्ष और मध्य-पूर्व समेत कई ज्वलंत अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा। सम्मेलन की तिथियां इस सप्ताह के अंत तक घोषित की जाएंगी।डॉ. पॉल ने तेलंगाना कांग्रेस विधायक मंडुला सैमुअल के एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए राज्य में विधायकों के बीच व्याप्त घूस की संस्कृति को उजागर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री रविंद्र रेड्डी, जो कांग्रेस से जुड़े हैं, भाजपा के साथ वैचारिक गठजोड़ बनाए हुए हैं और कांग्रेस से अलग होकर 25–30 विधायकों के साथ नई सरकार बनाने की योजना में हैं। डॉ. पॉल ने इस घटनाक्रम की तुलना महाराष्ट्र में हाल में हुए राजनीतिक फेरबदल से की। चुनाव आयोग की निष्क्रियता और दल-बदल करने वाले विधायकों की अयोग्यता पर देरी को लेकर चिंता जताते हुए, डॉ. पॉल ने भारत की न्यायपालिका से हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने कहा, भारतीय लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए न्यायपालिका को आगे आकर साहसिक निर्णय लेने होंगे। उन्होंने सभी न्यायमूर्तियों से संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने की अपील की। डॉ. पॉल ने प्रेस वार्ता का समापन इस आह्वान के साथ किया कि देश और दुनिया को लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा, राजनीति में पारदर्शिता और क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति स्थापना के लिए एकजुट होकर ठोस प्रयास करने होंगे।
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