
गाजा संकट पर इजरायल के खिलाफ एक्शन नहीं ले पाई सरकार, गुस्साए विदेश मंत्री ने दे दिया इस्तीफा
- 24-Aug-25 11:28 AM
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द हेग ,24 अगस्त । गाजा में इजरायली सैन्य अभियानों को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है, जिसका सबसे बड़ा असर नीदरलैंड की राजनीति पर देखने को मिला है। इजरायल के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए अपनी ही सरकार का समर्थन हासिल करने में नाकाम रहने पर डच विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस कदम के बाद देश में एक बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है।
कैस्पर वेल्डकैंप, जो पहले इजरायल में नीदरलैंड के राजदूत भी रह चुके हैं, ने कहा कि वह गाजा में इजरायल की कार्रवाइयों के खिलाफ सार्थक उपाय लागू करने के लिए सरकार के भीतर समर्थन नहीं जुटा पाए। अल जजीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गठबंधन सरकार के कुछ मंत्री मौजूदा प्रतिबंधों को लागू करने में भी बाधा डाल रहे थे। उन्होंने कहा, मैं देख रहा हूं कि गाजा शहर और वेस्ट बैंक पर क्या हो रहा हैज् मैं खुद नीतियां लागू करने और आवश्यक रास्ता तय करने में असमर्थ महसूस कर रहा हूं।
वेल्डकैंप के इस्तीफे ने नीदरलैंड में एक अप्रत्याशित राजनीतिक संकट पैदा कर दिया है। उनकी पार्टी 'न्यू सोशल कॉन्ट्रैक्टÓ के सभी मंत्रियों और राज्य सचिवों ने भी एकजुटता दिखाते हुए कार्यवाहक सरकार से इस्तीफा दे दिया है। प्रधानमंत्री डिक शूफ ने शुक्रवार शाम संसद को इस घटनाक्रम की जानकारी देते हुए वेल्डकैंप और उनकी पार्टी के फैसले पर गहरा अफसोस जताया।
यह राजनीतिक घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब गाजा में मानवीय स्थिति भयावह हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र (हृ) ने शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर गाजा में अकाल की घोषणा कर दी। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पांच लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी भुखमरी, गरीबी और मौत का सामना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि वेल्डकैंप लगातार इजरायल पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने इजरायली नौसेना के जहाजों के पुर्जों के निर्यात परमिट रद्द कर दिए थे और यूरोपीय संघ के साथ इजरायल के व्यापार समझौते को निलंबित करने की भी मांग कर रहे थे। गुरुवार को ही नीदरलैंड ने 21 अन्य देशों के साथ मिलकर वेस्ट बैंक में इजरायली बस्ती परियोजना की निंदा की थी।
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