जीवाईएएन ही देश की जाति

  • 18-Feb-24 12:00 AM

अजय दीक्षितपिछले कुछ महीनों से विपक्षी देश में जातिगत जनगणना की मांग करते आ रहे हैं । बिहार में तो नीतीश कुमार जब से आर.जे.डी. के साथ थे, जातिगत जनगणना करा दी थी । इसे सर्वे का नाम दिया गया क्योंकि जनगणना करने का अधिकार मात्रा केन्द्र को है । असल में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल जनगणना के द्वारा नारा दे रहे हैं कि जिसकी जितनी आबादी उसका उतना प्रतिनिधित्व ।इसके उत्तर में मोदी जी ने देश में केवल चार जातियां बतलाई हैं-- महिला किसान गरीब और युवा । अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे जीवाईएएन का नाम दिया है यानि जी से गरीब, वाई से युवा, ए से अन्नदाता और एन से नारी । पिछले दिनों मध्य प्रदेश के झाबुआ में माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के 11 फरवरी के दौरे के समय डॉ. यादव ने अपने भाषण में कहा कि अब मध्यप्रदेश हर्षित है उत्साहित है । देश के लोकप्रिय और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झाबुआ में जनजातीय सम्मेलन को सम्बोधित करने पधारे । इस दिन पं. दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि थी जो समर्पण दिवस के रूप में मनाई गई । उनका एकात्म मानववाद का दर्शन ही पाथेय है । समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के कल्याण के लिए समर्पित होकर समाज और सरकार को कार्य करने के लिए प्रेरित करने वाले पं. दीनदयाल जी का पूरा जीवन समर्पण का प्रतीक था। यह ऐतिहासिक संयोग है कि इसी दिन ही संथाल परगना में क्रांतिकारी जनजातीय नायक वीर तिलका मांझी का जन्म हुआ था । जनजातीय समुदाय के प्रति प्रधानमंत्री जी का स्नेह, समर्पण और सम्मान हम सब जानते हैं। उन्होंने हमारे आग्रह को स्वीकार किया और झाबुआ आने पर सहमति दी। झाबुआ साधारण क्षेत्र नहीं है। यह क्षेत्र क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद की जन्मभूमि रही है। आज प्रधानमंत्री जी के झाबुआ आगमन पर मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से मैं उनका हृदय से स्वागत करता हूं ।प्रधानमंत्री जी का संकल्प है कि जनजातीय समाज के जल, जंगल और जमीन पर आंच न आए तथा उनके कल्याण के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने देश के 11 करोड़ से अधिक जनजातीय बंधुओं के हितों को संरक्षण प्रदान किया है। प्रधानमंत्री जी ने विकसित भारत के चार अमृत स्तंभ जीवाईएएन अर्थात जी से गरीब, वाई से युवा, ए से अन्नदाता और एन से नारी पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ।वर्ष 2047 तक भारत को विश्वका सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ विगत दिनों निकाली गई विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान केन्द्र और राज्य की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के अंतर्गत 50 लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित किया गया है। प्रधानमंत्री जी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास नारा दिया है। उनके मार्गदर्शन में हर गरीब और वंचित को सुविधाएं पहुंचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में केन-बेतवा परियोजना की तरह पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना की स्वीकृति दी गई है, जो प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से हमने श्रीअन्न के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना शुरू की । प्रधानमंत्री जी ने जनजातियों के स्वत्व, स्वाभिमान और स्वराज रक्षक भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित कर जनजातीय समुदाय का मान बढ़ाया है। मध्यप्रदेश में जनजातियों के उत्थान के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। जनजातीय युवाओं को स्वरोजगार के नए अवसर उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश में भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजनाएं टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना आदि लागू की गई है ।प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से मप्र सरकार जो निर्णय ले रही है, वह भविष्य के संकल्पों को पूरा करने *के लिए मोदी जी की गारंटी है। मोदी जी के मन में मध्यप्रदेश है, इसीलिए, मुझे पूरी उम्मीद है कि जब भारत विश्व का विकसित राष्ट्र बनेगा, तब मध्यप्रदेश भारत के प्रांतों में अग्रणी होगा ।अमृतकाल में अमृतपथा पर आगे बढ़ते हुए हम सभी विकसित भारत निर्माण के लिए विकसित मध्यप्रदेश निर्माण का संकल्प लें ।जबसे डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हुए हैं, वे रात-दिन एक करके प्रदेश को प्रगति पथ पर ले जा रहे हैं । यह सबको माननीय मुख्यमंत्री का सहयोग करते हुए प्रदेश की प्रगति में भागीदार बनना चाहिए ।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment