पश्चिमी मेदिनीपुर में बाढ़ से जन जीवन प्रभावित, 2 की मौत

  • 22-Jun-25 12:00 AM

कोलकाता/पश्चिमी मेदिनीपुर,22 जून (आरएनएस)। लगातार हो रही बारिश के कारण पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के घाटाल और चंद्रकोना का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है। नदी का जलस्तर बढऩे से गांवों से लेकर शहरों तक हर जगह भीषण जल जमाव की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में घाटाल और चंद्रकोना में नाव और स्पीड बोट ही आवागमन का एकमात्र साधन बन गए हैं। घाटाल में अभी तक पानी कम होने का कोई संकेत नहीं है। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पूरे जिले में करीब 37,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। अब तक 122 वार्ड और इलाके जलमग्न हो चुके हैं। हालांकि गड़बेता 1 और 2 ब्लॉक में पानी कुछ कम होने लगा है, लेकिन चंद्रकोना और घाटाल में स्थिति अभी भी भयावह है। दासपुर इलाके में दहशत फैल गई है, जहां निर्माणाधीन स्लुइस गेट से नदी का पानी घुस गया है। कृषि एवं सिंचाई अधीक्षक आशीष हुदैत ने दासपुर के घबराए लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा, स्थिति नियंत्रण में है। ज्वार के कारण पानी थोड़ा आगे आया है, लेकिन घबराने वाली कोई बात नहीं है। इसके साथ ही जिलाधिकारी खुर्शीद अली कादरी ने कहा, प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है। घाटाल और चंद्रकोना में सरकारी नावें, स्पीड बोट, सिविल डिफेंस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत और भोजन मुहैया कराया जा रहा है। प्रशासन की लगातार सक्रियता से आम लोगों को परेशानी के बीच कुछ राहत मिल रही है। जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सौम्यशंकर सारंगी ने कहा, करीब 25 मेडिकल कैंप खोले गए हैं। स्वास्थ्यकर्मी पानी पार कर प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं और प्राथमिक उपचार कर रहे हैं। दो लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि हर साल मानसून के दौरान घाटाल और चंद्रकोना में यह जल जमाव होता है। घाटाल मास्टर प्लान को लागू करने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। नतीजतन, हर साल ऐसी पीड़ा झेलनी पड़ती है। भारी बारिश के कारण पश्चिम मेदिनीपुर के कई ब्लॉक अभी भी जलमग्न हैं। हालांकि प्रशासन ने तेजी से काम शुरू कर दिया है, लेकिन अनुमान है कि पानी उतरने में कुछ और दिन लगेंगे। हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अगर फिर से बारिश हुई तो स्थिति और जटिल हो सकती है।




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