
पश्चिम बंगाल के भ्रष्टाचार को दबाने के लिए दिल्ली पहुंच जाते हैं टीएमसी के नेता : अनुराग ठाकुर
- 02-Oct-23 03:17 AM
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यूपीए शासन काल में 626 करोड़ मिले और एनडीए शासन काल में 74,034 करोड़ मिले, जो 12 गुना से ज्यादा है है
नई दिल्ली , 02 अक्टूबर (आरएनएस)। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि में एक के बाद एक घोटाला सामने आ रहे हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब घोटाले की जांच होती है तो टीएमसी सुप्रीमो एवं सीएम ममता बनर्जी खुद धरने पर बैठ जाती है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि गांधी जयंती के दिन एक भ्रष्ट सांसद के नेतृत्व में हवाई जहाज से कुछ नेताओं को लेकर पश्चिम बंगाल के भ्रष्टाचार को दबाने और ध्यान भटकाने के लिए दिल्ली पहुंच जाते हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए वह नेता दिल्ली में धरना प्रदर्षन कर रहे हैं, जो खुद ईडी का चक्कर काट रहा है और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरा हुआ है। इसके विपरीत वही भ्रष्ट नेता आरोप लगते हैं कि केन्द्र सरकार पष्चिम बंगाल को महात्मा गांधी नेषनल रूरल, इम्प्लायमेंट गारंटी योजना में पैसा नहीं दे रही है। अनुराग ठाकुर ने कहा किवित्तीय वर्ष 2020-21 में मनरेगा योजना के तहत पश्चिम बंगाल को यूपीए शासन काल में 14,985 करोड़ रुपए मिले और एनडीए के शासन काल में 54,150 करोड़ रूपए मिले।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पश्चिम बंगाल को यूपीए शासन काल में 4466 करोड़ रूपए मिले और एनडीए के शासनकाल में 30 हजार करोड़ रूप्ए मिले, जो लगभग सात गुना से ज्यादा है।इसी तरह नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन -एनआरएलएम- के तहत बैंक लिंकेज के लिए पश्चिम बंगाल को यूपीए शासन काल में 626 करोड़ रूप्ए मिले और एनडीए शासन काल में 74,034 करोड़ रूप्ए मिले, जो 12 गुना से ज्यादा है।एनआरएलएम के तहत आरएफ और सीआईए के लिए पश्चिम बंगाल को यूपीए शासन काल में 23 करोड़ रूप्ए करोड़ रूप्ए मिले थे और एनडीए शासन में 3735 करोड़ मिले, जो 13 गुना से ज्यादा है।वित्त आयोग की राशि पश्चिम बंगाल को यूपीए शासन कल में 3270 करोड़ रूप्ए मिले और एनडीए शासन काल में 25 हजार करोड़ रूप्ए मिला, जो 8 गुना ज्यादा है।आरजीएसए की राशि पश्चिम बंगाल को यूपीए शासन काल में 43 करोड़ रूप्ए मिला और एनडीए शासन काल में 227 करोड़ रूप्ए मिला।केन्द्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल को यूपीए षासनकाल में 58 हजार करोउ़ रूप्ए मिले और एनडीए शासन काल में 2.05 लाख करोड़ रूप्ए मिले।ये आंकड़े बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार में पश्चिम बंगाल के विकास में कोई कमी नहीं रखी गयी है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि लेकिन ऐसा क्या हुआ कि ममता बनर्जी जी को अपने भ्रष्ट सांसद और भ्रष्ट नेताओं को दिल्ली भेजना पड़ा? केंद्रीय योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ पश्चिम बंगाल में कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन उस भ्रष्टाचार पर लीपापोती करने के लिए भ्रष्ट सांसद और नेताओं को दिल्ली भेजकर धरना प्रदर्शन कराया गया। अनुराग ठाकुर ने कहा कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की एक टीम ने 22 जनवरी 2019 से लेकर 24 जनवरी 2019 तक पश्चिम बंगाल जाकर मनरेगा एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यान्वयन का निरीक्षण किया। केंद्रीय टीम ने बर्द्धमान पुरब के चार ब्लाक के छह ग्राम पंचायातों और हुगली जिला के तीन ब्लॉक के 7 ग्राम पंचायत में निरीक्षण की। केंद्रीय टीम ने 4.84 करोड़ रूप्ए की रिकवरी की गयी।
इसके बाद दूसरी केंद्रीय टीम पश्चिम बंगाल में 13 सितंबर 2021 को गयी और 17 सितंबर 2021 तक मनरेगा एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यान्वयन की जांच की। फिर जांच में वैसी ही रिपोर्ट आयी जैसे पहले करने पर सामने आयी थी। इसके जांच रिपोर्ट में यह जानकारी मिली कि बड़े काम को छोटे-छोटे काम में बांट दिया गया, ताकि इसकी जानकारी सबको नहीं चले। जो काम पहले हो चुके हैं, जैसे तलाब, सड़क आदि जो पहले से बने हुए थे, उसे नया काम दिखाकर महात्मा गांधी से जो योजना है उसमें भी ममता बनर्जी जी ने घोटाला कर लिया। अनुराग ठाकुर ने कहा किटीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को महात्मा गांधी के समाधी पर भेजा, जबकि महात्मा गांधी के नाम पर चले रहे योजना में पैसा खा लिया। मालदा जिला में तलाब, सड़क आदि पहले से थे उस नया योजना दिखाकर पैसा खा लिया। छोटी नदियों में गाद निकालने के नाम पर पैसा खा गए। मनरेगा योजना के तहत कटीले तार के बाड़ लगाने के काम की अनुमति नहीं है, किन्तु मनरेगा में यह भी काम किया गया।अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने जब सीएम ममता बनर्जी को योजनाओं के भ्रष्टाचारियों एवं अपराधियों पर कारवाई करने के लिए कहा तब ममता बनर्जी जी के हाथ क्यों कांप गए।भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए कहा गया तब ममता बनर्जी की सरकार ने कदम क्यों नहीं उठाया?कहा जा रहा था कि पश्चिम बंगाल में कट मनी नहीं है गरीबों को पूरा पैसा मिल रहा है। तब, यह गरीबों का पैसा किसके खाते में जा रहा था। यहां पर बापू की समाधी पर भेजकर काम नहीं चलेगा। देष की जनता पूछ रही है कि पष्चिम बंगाल में भ्रष्ट अधिकारियों पर क्या कार्रवाई की।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने केंद्रीय योजनाओं की राशि यूपीए सरकार की तुलना में चार गुना अधिक दिया, कई योजनाओं में 12 गुना तो कई योजनाओं में 8 गुना ज्यादा दी गयी।पश्चिम बंगाल की सरकार भ्रष्ट लोगों के साथ खड़ी दिखायी दी और गरीबों का हक छीनते नजर आयी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आवास योजना के तहत 34 लाख घर पश्चिम बंगाल को दिए और आवास प्लस योजना के तहत 11 लाख घर दिए। लेकिन गरीबों का हक छीनकर दूसरों को दिया गया है, जो उचित नहीं है। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस शासन काल में इंदिरा आवास योजना के तहत अधूरा पड़े आवास को पूरा बनवाया।
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