
पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर को अमेरिका ने सैन्य परेड में आमंत्रित किया
- 12-Jun-25 01:06 AM
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वाशिंगटन,12 जून। अमेरिका ने वाशिंगटन डीसी में होने वाली अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ समारोह में पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर को आमंत्रित किया है।
मुनीर ने वाशिंगटन से मिले निमंत्रण के बाद सैन्य परेड में अपनी मौजूदगी की पुष्टि की। वह इस सप्ताह अमेरिका यात्रा पर रवाना हो जाएंगे।
सैन्य परेड 14 जून को मनाया जाएगा। इसी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जन्मदिन भी है। ट्रंप 80 वर्ष के हो जाएंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुनीर अमेरिका में अपने दौरे के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग और पेंटागन के वरिष्ठ अधिकारियों से बैठक कर सकते हैं।
हालांकि, इस संबंध में अभी तक पाकिस्तान और अमेरिका ने कोई पुष्टि नहीं की है।
मुनीर की यात्रा पर दक्षिण एशिया के जाने-माने विश्लेषक माइकल कुगेलमैन ने कहा कि मुनीर अमेरिकी सेंट्रल कमांड सेंटकॉम में रुक सकते हैं।
उन्होंने बताया कि मुनीर और सेंटकॉम प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला 2 साल में कई बार मिल चुके हैं।
मुनीर का अमेरिका दौरा उस समय हो रहा है, जब भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी घटना के बाद से तनाव बना हुआ है।
जनरल कुरिल्ला ने भी इस सप्ताह कांग्रेस में पाकिस्तान को आतंकवाद विरोधी दुनिया में एक अभूतपूर्व साझेदार कहा था और आईएसआईएस -खोरासन के खिलाफ ऑपरेशन में इस्लामाबाद के योगदान को सराहा था।
बता दें, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 पर्यटकों को मारा था, जिसके बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था।
मुनीर की यात्रा को विशेष अमेरिका की विशेष कूटनीति बता रहे हैं। कहा जा रहा है कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान दोनों को साधे रखना चाहता है।
पाकिस्तान चीन का सहयोगी है, जिससे अमेरिका उसके साथ भी नजदीकी चाहता है और भारत के साथ रणनीतिक संबंध भी घनिष्ठ बनाना चाहता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों अपने बयानों में भारत और पाकिस्तान को एक ही तराजू में तौला था, जिससे अमेरिकी की नियत पर शक बढ़ा था।
कांग्रेस के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने असीम मुनीर की यात्रा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को घेरा और उनकी राजनीतिक कूटनीति पर सवाल उठाया।
जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिका ने अब तक भारत की राजनीतिक कूटनीति को 3 बड़े झटके दिए हैं।
उन्होंने कहा, अमेरिका की मंशा और सोच पर कई सवाल खड़े होते हैं। फेल्ड यानी फील्ड मार्शल के बयान पहलगाम आतंकी से जुड़े हैं। अमेरिका का न्यौता हमारे लिए चुनौती है। हमें साथ बैठना होगा।
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