
बंगाल को जल्द मिलेगा राज्य का पहला -1एआई हब
- 01-Jul-25 02:45 AM
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सीएम ममता ने कहा- पांच हजार लोगों मिलेगा रोजगार
कोलकाता 01 Jully (rns) । एआई का दौर है और कहा जा रहा है कि आने वाले दौर में युद्ध भी एआई की मदद से हो सकता है। यानी जो देश एआई में आगे होगा उसका डंका तकनीक के दौर में बजेगा। ऐसे में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की माने तो
राज्य की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज घोषणा की है कि न्यू टाउन के एक अत्याधुनिक आईटी हब के लिए ‘ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट’ जारी कर दिया गया है। यह एआई सेंटर आईटीसी इन्फोटेक द्वारा न्यू टाउन के एक्शन एरिया-थ्री में 17 एकड़ जमीन पर विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से सीधे तौर पर पांच हजार पेशेवरों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर लिखा, “मैं खुशी के साथ साझा कर रही हूं कि न्यू टाउन कोलकाता डेवलपमेंट अथॉरिटी (एनकेडीए) ने एक्शन एरिया-थ्री में स्थित आईटीसी लिमिटेड के विश्वस्तरीय आईटी और आईटीईएस परिसर के लिए ‘ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट’ जारी कर दिया है। यह सेंटर हिडको द्वारा आवंटित 17 एकड़ जमीन पर बनाया गया है।” आईटीसी के इस परिसर में तीन प्रमुख भवन शामिल हैं। एक गगनचुंबी ऑफिस टावर, एक बिजनेस सपोर्ट सेंटर और एक नॉलेज कैंपस। कुल मिलाकर 14.5 लाख वर्गफुट से अधिक क्षेत्र में फैला यह एआई सेंटर पश्चिम बंगाल में तकनीकी निवेश का नया केंद्र बन रहा है। परियोजना पर लगभग 1200 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। सीएम ममता बनर्जी ने इसे बंगाल के लिए एक मील का पत्थर बताया और कहा कि “यह परियोजना राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के डिजिटल और तकनीकी निवेश के लिए पश्चिम बंगाल को एक नई दिशा देगी और राज्य की प्रगति को और तेज करेगी।” उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष फरवरी में आयोजित बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 में मुख्यमंत्री ने ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उद्घाटन किया था। इसी केंद्र को अब राज्य का पहला एआई हब घोषित किया गया है। उन्होंने बताया था कि यह एआई सेंटर 40 देशों के क्लाइंट्स को सेवाएं देगा, जिससे राज्य के आईटी सेक्टर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। आईटीसी के चेयरमैन संजीव पुरी ने भी शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बताया था कि उनकी कंपनी का अधिकांश निवेश पश्चिम बंगाल में ही है। उन्होंने कहा था कि “यहां का ऑपरेशन कॉस्ट कम है, कार्य के लिए अनुकूल वातावरण है और प्रशासनिक स्तर पर सहयोग भी मिलता है।”
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