बंगाल में ऐसी सरकार बने जो राज्य को फिर से सोनार बांग्ला बनाए: अमित शाह

  • 26-Sep-25 01:59 AM

अरविन्द सिंह
कोलकाता,26 सितंबर(आरएनएस)। जैसा कि, कई माह पहले से ही तय था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोलकाता में दु्र्गा पूजा मंडपों का उद्घाटन करेंगे। आज उन्होंने उत्तर कोलकाता के सियालदह संलग्न नामचीन संतोष मित्रा स्क्वायर दुर्गा पूजा मंडप का उद्घाटन किया। आज सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस वर्ष की थीम 'ऑपरेशन सिन्दूरÓ का अवलोकन किया, जिसमें पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना के आतंकवाद-विरोधी अभियान की झलक प्रस्तुत की गई है। दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन करते हुए बंगाल और देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने मां दुर्गा से प्रार्थना की कि 2026 के चुनावों के बाद बंगाल में ऐसी सरकार बने जो राज्य को फिर से 'सोनार बांग्लाÓ बनाए। दुनिया भर में दुर्गा पूजा होती है। मैंने मां से प्रार्थना की कि चुनाव के बाद हमारी सरकार बने और हम एक इसे फिर 'सोनार बांग्लाÓ  के तौर पर देख सकें।' उन्होंने यह भी कहा, 'मैं उन 10 से ज़्यादा लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिनकी दुर्गा पूजा से पहले बारिश के दौरान मृत्यु हो गई।'गृह मंत्री ने कहा कि नवरात्रि और दुर्गा पूजा अब सिर्फ बंगाल और भारत तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसे पूरी दुनिया में सराहा जा रहा है। शाह ने कहा कि बंगाल की ये महान परंपरा अब वैश्विक पहचान बन चुकी है। पूरे नौ दिन राज्य में शक्ति की उपासना होती है। उन्होंने कामना की कि यह पर्व बंगाल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाए और राज्य के विकास के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारतÓ के सपने को साकार किया जा सके। साथ ही अमित शाह ने महान समाज सुधारक और शिक्षाविद ईश्वरचंद्र विद्यासागर को उनकी जयंती पर याद किया। उन्होंने कहा कि विद्यासागर जी ने बंगाल ही नहीं, पूरे भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया, खासकर महिलाओं की शिक्षा के लिए। उन्होंने अपना जीवन बंगाली भाषा और संस्कृति के लिए समर्पित किया। इसके साथ ही अमित शाह ने सॉल्टलेक स्थित ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर (ईजेडसीसी) में भाजपा समर्थित पश्चिम बंग संस्कृति मंच के दुर्गा पूजा पंडाल का भी उद्घाटन किया।
शाह ने कहा कि बंगाल को एक बार फिर सुरक्षित, शांतिपूर्ण और समृद्ध बनना चाहिए और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर का सपना पूरा करना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा कि बंगाल में शिक्षा के प्रसार में विद्यासागर की भूमिका अविस्मरणीय है। शाह के शब्दों में, "विद्यासागर ने न केवल बंगाल, बल्कि पूरे देश में शिक्षा और महिला शिक्षा की प्रगति में जो योगदान दिया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने अपना पूरा जीवन बंगाली संस्कृति, बंगाली व्याकरण और महिला शिक्षा के प्रसार के लिए समर्पित कर दिया। आज मैं अपनी और करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से विद्यासागर को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"
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