बिना कमांड खुले आरएटी पर डीजीसीए सख्त, बोइंग से मांगी पूरी रिपोर्ट; एयर इंडिया को भी दिए सख्त निर्देश

  • 12-Oct-25 08:34 AM

नई दिल्ली ,12 अक्टूबर ।  एयर इंडिया की एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में सुरक्षा से जुड़ी एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसने विमानन नियामक संस्था डीजीसीए (ष्ठत्रष्ट्र) को भी हरकत में ला दिया है। अमृतसर से बर्मिंघम जा रही एयर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर फ्लाइट (्रढ्ढ-117) में 5 अक्टूबर को लैंडिंग से ठीक पहले विमान की इमरजेंसी पावर यूनिट 'रैम एयर टर्बाइनÓ (क्र्रञ्ज) बिना किसी कमांड के अपने आप खुल गई। गनीमत रही कि पायलटों ने सूझबूझ से विमान को सुरक्षित लैंड करा लिया और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
घटना के बाद, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इसे गंभीरता से लेते हुए विमान निर्माता कंपनी बोइंग से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। एक वरिष्ठ डीजीसीए अधिकारी ने बताया, बोइंग को घटना की पूरी जांच रिपोर्ट, दुनियाभर में बोइंग 787 विमानों में हुई ऐसी घटनाओं का डेटा और रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी जमा करने का निर्देश दिया गया है।
ष्ठत्रष्ट्र ने एयर इंडिया को दिए कड़े निर्देश
डीजीसीए ने एयर इंडिया को भी कड़े निर्देश जारी किए हैं। एयरलाइन को उन सभी बोइंग 787 विमानों में क्र्रञ्ज स्टोरेज और हाल ही में बदले गए पावर कंट्रोल मॉड्यूल (क्कष्टरू) की तत्काल जांच करने को कहा गया है। अधिकारी ने बताया कि 5 अक्टूबर को जब विमान (ङ्कञ्ज-्रहृह्र) बर्मिंघम में लैंड करने वाला था, तब 400 फीट की ऊंचाई पर यह घटना हुई। हालांकि, पायलट ने किसी भी असामान्य स्थिति की सूचना नहीं दी और विमान सुरक्षित उतर गया।
इस बीच, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने एयर इंडिया के विमानों, खासकर बोइंग 787 बेड़े के रखरखाव और सुरक्षा मानकों पर गंभीर चिंता जताई है। एफआईपी के अध्यक्ष कैप्टन सीएस रंधावा ने मांग की है कि एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 विमानों को तत्काल प्रभाव से जमीन पर रोका जाए और उनके इलेक्ट्रिकल सिस्टम की गहन जांच की जाए।
पायलट संघ ने एयर इंडिया द्वारा मेंटेनेंस के लिए सरकारी एजेंसी ्रढ्ढश्वस्रु का अनुबंध समाप्त कर कम अनुभवी नए इंजीनियरों को नियुक्त करने पर भी चिंता जताई है। रंधावा ने कहा, नए इंजीनियरों के अनुभव की कमी के कारण विमान के रखरखाव में समस्याएं आ रही हैं, जिससे सुरक्षा से समझौता हो सकता है।
हाल की दो घटनाओं ने बढ़ाई चिंता
अपनी मांगों को और बल देते हुए तथा सुरक्षा मानकों पर गंभीर चिंता जताते हुए, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने हाल ही में महज चार दिनों के अंतराल में हुई दो बड़ी घटनाओं का हवाला दिया है। इनमें पहली घटना 5 अक्टूबर को अमृतसर-बर्मिंघम फ्लाइट (्रढ्ढ-117) में हुई, जहां विमान की इमरजेंसी रैम एयर टर्बाइन (क्र्रञ्ज) बिना किसी कमांड के हवा में ही खुल गई। इसके ठीक चार दिन बाद, 9 अक्टूबर को, वियना से दिल्ली आ रही फ्लाइट (्रढ्ढ-154) को इलेक्ट्रिकल और ऑटो-पायलट सिस्टम में आई गंभीर खराबी के कारण अपनी उड़ान बीच में ही रोककर दुबई की ओर मोडऩा पड़ा। पायलट संघ के अनुसार, ये घटनाएं एयर इंडिया के रखरखाव में हो रही गंभीर चूक की ओर इशारा करती हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।
हालांकि, एयर इंडिया ने ्रढ्ढ-154 विमान में किसी भी तरह की इलेक्ट्रिकल खराबी की बात से इनकार किया है। बहरहाल, डीजीसीए इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
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