भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषियों के कथित उत्पीडऩ पर तमतमायी सीएम ममता

  • 24-Jun-25 02:05 AM

0-बंगाल की मुख्यमंत्री का आरोप, बांग्ला बोलने पर बांग्लादेशी कहा जा रहा है
कोलकाता,24 जून (आरएनएस)। सीएम ममता बनर्जी ने आज एक बार फिर आरोप लगाया कि, बांग्ला बोलने पर लोगों को भाजपा शासित राज्यों में बांग्लादेशी करार दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज विधानसभा में उक्त बात कही। साथ ही उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत को दूसरे राज्यों में फंसे बंगाल के मजदूरों की मदद करने का निर्देश भी दिया।
सीएम ममता ने राजस्थान में सौ से अधिक बांग्ला भाषी लोगों को बांग्लादेशी होने के आरोप के तहत हिरासत में रखने के लिए केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की। कुछ दिन पहले राजस्थान में कम से कम 300 से 400 बांग्ला भाषी नागरिकों को हिरासत में लिया गया था। आरोप है कि उन्हें सिर्फ इसलिए बांग्लादेशी करार दिया जा रहा है क्योंकि वे बांग्ला बोलते हैं। जैसे ही यह घटना सामने आई, नाराज मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में पत्रकारों के सामने अपनी बात रखी। ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि बंगाल के प्रवासी श्रमिकों के साथ लगातार भाजपा शासित राज्यों में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। ममता ने कहा, हमारे राज्य में दूसरे प्रदेशों के लगभग डेढ़ करोड़ लोग काम करते हैं, लेकिन हम उन्हें अपमानित नहीं करते। फिर बंगाल के श्रमिकों को बांग्लादेशी कहकर क्यों अपमानित किया जा रहा है?
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या बांग्ला बोलना अपराध है? क्या स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और रवींद्रनाथ ठाकुर किसी और भाषा में बात करते थे? उन्होंने आगे कहा कि भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषियों के प्रति एक विशेष तरह की मानसिकता बन गई है, जो बेहद चिंताजनक है। इस मुद्दे को लेकर ममता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि वह सीधे प्रधानमंत्री से पूछना चाहती हैं कि बंगालियों के प्रति उनका रवैया क्या है और क्यों भाजपा शासित राज्यों में बार-बार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं? ममता ने कहा कि अगर ऐसे मामले दोहराए जाते हैं, तो यह संघीय ढांचे और भाषाई विविधता के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बंगाल सरकार अपने लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा, अगर यह घटना नहीं रुकी, अगर बंगाल के लोगों के साथ यह अन्याय जारी रहा तो हम एक मजबूत आंदोलन चलाएंगे। बंगाल को अपमानित करने की किसी भी कोशिश को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राजस्थान के मुद्दे को लेकर राज्य के मुख्य सचिव को विशेष निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा, इस मुद्दे पर राजस्थान के मुख्य सचिव से बात करें और हिरासत में लिए गए बंगालियों को जल्द से जल्द रिहा करें।
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