महाकुंभ में बसंत पंचमी पर पावन स्नान, साधु-संतों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा हुई

  • 03-Feb-25 08:43 AM

महाकुंभ नगर, 3 फरवरी(आरएनएस)। बसंत पंचमी के अवसर पर सोमवार को त्रिवेणी संगम में अखाड़े अपने निर्धारित समय और कार्यक्रम के अनुसार पावन स्नान कर रहे हैं। भोर से ही संगम पर अखाड़ों का जाना शुरू हो गया था।
बाकी अखाड़े अपने क्रम के अनुसार स्नान के लिए जा रहे हैं। इस दौरान स्नान के लिए श्रद्धालुओं का रेला भी नजर आ रहा है। इस मौके पर हाथों में तलवार-गदा, त्रिशूल, डमरू, शंख और शरीर पर भभूत है। पालकी, घोड़े और रथ की सवारी। हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए साधु-संत स्नान के लिए संगम पहुंच रहे हैं।
वसंत पंचमी के मौके पर तीसरा अमृत स्नान कर रहे साधु-संतों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जा रही है। साथ ही भक्त भी दर्शन और चरण रज लेने के लिए खड़े नजर आ रहे हैं। बसंत पंचमी का पर्व महाकुंभ का तीसरा और आखिरी अमृत स्नान है।
परंपरा के अनुसार सभी अखाड़े अपने-अपने क्रम से पवित्र संगम में अमृत स्नान कर रहे हैं। अखाड़ों के सभी पदाधिकारियों, महंत, अध्यक्ष, मंडलेश्वरों, महामंडलेश्वरों के रथ, हाथी, घोड़ों, चांदी के हौदों की साज-सज्जा फूल, मालाओं और तरह-तरह के आभूषणों से सजी नजर आ रही है। महामंडलेश्वरों के रथों पर भगवान की मूर्तियां, शुभ चिन्हों, पशु-पक्षियों, कलश आदि का अलंकरण किया गया है।
नागा और बैरागी संन्यासी मध्य रात्रि से तन पर भस्म रमा कर अखाड़ों की धर्म ध्वजा और ईष्ट देव का पूजन कर रहे हैं। समय और क्रम के अनुसार सभी अखाड़े अपने ईष्ट देवों की पालकियां लेकर संगम की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। उनके साथ मंडलेश्वरों और महामंडलेश्वरों के रथ और घोड़े के साथ उनके भक्तगण भी अमृत स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।
एक-एक करके सभी अखाड़े स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रात: साढ़े तीन बजे से अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम में डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ बसंत पंचमी के अमृत स्नान का लगातार अपडेट ले रहे हैं और आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। प्रथम अखाड़े का स्नान सकुशल संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री योगी ने बसंत पंचमी के मौके पर सोशल मीडिया पर लिखा कि महाकुंभ-2025, प्रयागराज में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर पवित्र त्रिवेणी संगम में पावन अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, सभी अखाड़ों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई।
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