
महिलाओं में मधुमेह के जोखिम कम कर सकती है ब्लैक कॉफी, अध्ययन में हुआ खुलासा
- 06-May-25 12:00 AM
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कई लोग अपने दिन की शुरूआत ब्लैक कॉफी से करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि यह भरपूर ऊर्जा देने के साथ कई अन्य लाभ दे सकती है।वहीं एक नए अध्ययन से पता चला है कि रोजाना एक कप ब्लैक कॉफी पीने से महिलाओं में मधुमेह के जोखिम कम हो सकते है। इसलिए इसे डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।7,000 से ज्यादा लोगों पर किया गया अध्ययनएक हालिया अध्ययन के अनुसार, ब्लैक कॉफी का सेवन न केवल ताजगी प्रदान कर सकता है बल्कि इससे इंसुलिन संवेदनशीलता भी सुधरती है, खासकर महिलाओं में।साल 2019 से 2021 के कोरिया नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रिशन एग्जामिनेशन सर्वे के डेटा का इस्तेमाल करके किए गए इस अध्ययन में 7,000 से ज्यादा कोरियाई वयस्कों के बीच कॉफी की खपत और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म के स्तर के बीच संबंधों का विश्लेषण किया गया।इस तरह से ब्लैक कॉफी का असर आया सामनेइस अध्ययन के लिए प्रतिभागियों ने 24 घंटे की अवधि में अपनी कॉफी की खपत और कॉफी के प्रकार के बारे में बताया।इसके बाद शोधकर्ताओं ने कहा, हमारे निष्कर्षों से पता चलता है कि रोजाना दो या अधिक कप ब्लैक कॉफी का सेवन कोरियाई महिलाओं में इंसुलिन रेजिस्टेंस से विपरीत रूप से जुड़ा हुआ है।अध्ययन के परिणामों ने ब्लैक कॉफी की खपत और ग्लूकोज मेटाबॉलिक के बेहतर स्तर के बीच जरूरी संबंध का संकेत दिया।ब्लैक कॉफी इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारने में कर सकती है मदद- शोधकर्ताशोधकर्ताओं का कहना है कि जिन महिलाओं ने ब्लैक कॉफी पी थी, उनमें बेहतर इंसुलिन संवेदनशीलता और कम इंसुलिन रजिस्टेंस सामने आया।उन्होंने आगे कहा, इन निष्कर्षों से पता चलता है कि ब्लैक कॉफी मेटाबॉलिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में भूमिका निभा सकती है, खासतौर से महिलाओं में।बता दें कि इंसुलिन संवेदनशीलता इस बात पर निर्भर करती है कि आपका शरीर इंसुलिन के प्रति कितनी अच्छी तरह प्रतिक्रिया करता है।ब्लैक कॉफी का अधिक सेवन करने से बचें- शोधकर्ताशोधकर्ताओं ने बताया कि जब इंसुलिन संवेदनशीलता अधिक होती है तो शरीर अच्छे से काम करता है, जिससे खून में शर्करा का स्तर भी नियंत्रण में रहता है और टाइप 2 मधुमेह होने की संभावना कम हो जाती है।उन्होंने आगे कहा कि ब्लैक कॉफी पीना लाभदायक है, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से बचें क्योंकि इसकी अधिकता नुकसान का कारण बन सकती है। इससे नींद खराब हो सकती है या बेचैनी महसूस हो सकती है।
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