
मानपुर से गरखा तक सड़क निर्माण के लिए 81.47 करोड़ की स्वीकृति
- 11-Jun-25 12:40 PM
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0-मानपुर (एनएच-19) से गरखा बाजार (एनएच-722) तक योजना की कुल लंबाई: 18.100 किमी
0-अनुमानित लागत: 8147.58 लाख (81.47 करोड़ रुपये)
0-ओआरआईएफ से चौड़ीकरण: 5.5 मी./7.0 मी. से बढ़ाकर 10 मी.
0-सांसद रूडी के निरंतर पत्राचार एवं प्रयासों से मिली स्वीकृति
0-जलजमाव प्रभावित हिस्सों में जल निकासी हेतु नाला निर्माण प्रस्तावित
0-यह पथ गरखा बाईपास से जुड़ेगा, पथ को सोनपुर आयोजना क्षेत्र भी होगा हिस्सा
0-भविष्य में यह मार्ग गंगा नदी पर बनने वाले नए पुल से दिघवारा बिंदु से जोड़ा जाएगा
पटना ,11 जून (आरएनएस) । पथ निर्माण विभाग, बिहार सरकार द्वारा केंद्रीय सड़क एवं अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ ) के अंतर्गत मानपुर से गरखा तक 18.100 किमी लंबे पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण के कार्य हेतु ?8147.58 लाख (81.47 करोड़ रुपए) की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। यह सारण संसदीय क्षेत्र के अधोसंरचना विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि सांसद श्री राजीव प्रताप रूडी के सतत प्रयासों का परिणाम है।
सांसद राजीव प्रताप रुडी के कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह पथ मानपुर (एन.एच.-19 के लेफ्ट आउट पोर्शन) से प्रारंभ होकर गरखा बाजार (एन.एच.-722 के लेफ्ट आउट पोर्शन) तक जाता है। इस मार्ग में भैरवपुर, मटिहान चौक, कमालपुर, मौल्वी बाजार, मिर्जापुर, रामगढ़ा, वसन्त बाजार, कुदरबाधा, चिन्तामनपुर, रामपुर, कदना बाजार, गुहम्मदपुर जैसे महत्वपूर्ण गाँव और बाज़ार पड़ते हैं। चौड़ीकरण के बाद मार्ग की चौड़ाई 10 मीटर होगी, जिससे आवागमन अधिक सुगम, सुरक्षित और तेज़ होगा।
इस योजना को सीआरआईएफ में सम्मिलित कराने हेतु सांसद राजीव प्रताप रूडी ने राज्य सरकार के पथ निर्माण मंत्री एवं भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से लगातार संवाद, पत्राचार और व्यक्तिगत मुलाक़ातें कीं। उन्हीं के नेतृत्व एवं पहल से यह योजना स्वीकृत हो सकी है। परियोजना के संदर्भ में श्री रुडी ने कहा कि पथ के उन भागों में जहाँ जलजमाव की समस्या उत्पन्न होती है, वहाँ प्रभावी जल निकासी हेतु नाला निर्माण भी प्रस्तावित है, जिससे मार्ग की दीर्घकालिक उपयोगिता सुनिश्चित की जा सके। इस पथ को निकट भविष्य में गरखा बाईपास से जोड़ा जाना है, जिसका निर्माण कार्य वर्तमान में प्रगति पर है। यह पथ सोनपुर आयोजना क्षेत्र का भी अंग होगा, जिससे क्षेत्रीय विकास योजनाओं के साथ इसका सीधा समन्वय स्थापित हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, गंगा नदी पर बनने वाले नए पुल के माध्यम से यह मार्ग दिघवारा बिंदु पर जुडऩे की दिशा में भी योजना बनाई गई है, जिससे इस पथ की पहुँच और महत्त्व और अधिक बढ़ जाएगा। यह परियोजना ना केवल क्षेत्रीय संपर्क को बेहतर बनाएगी, बल्कि रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को भी गति देगी।
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