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मुंबई 10 Oct, (Rns) । दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान अमित शाह, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, गुजरात सीएम भूपेंद पटेल, देवेंद्र फणनवीस, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत अन्य दिग्गज मौजूद रहे। रतन टाटा को गन सैल्यूट के साथ अंतिम विदाई दी गई।
उनका पार्थिव शरीर, तिरंगे में लिपटा, नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स से वर्ली स्थित श्मशान भूमि लाया गया था जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया है। पारसी समुदाय की पारंपरिक दखमा के बजाय, उनका दाह संस्कार किया गया।
हालांकि, बाजों की संख्या कम होने के कारण, रतन टाटा के शरीर को खुले में गिद्धों के लिए नहीं छोड़ा गया। इस निर्णय ने उनके अंतिम संस्कार को एक नई दिशा दी है, जिसमें इलेक्ट्रिक अग्निदाह की प्रक्रिया अपनाई गई है।
रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए देश के बड़े उद्योगपतियों, राजनेताओं, अभिनेताओं और अन्य हस्तियों का सैलाब उनके निवास पर उमड़ पड़ा। हर एक ने अपने तरीके से उन्हें याद किया, और उनके योगदान को सराहा। यह एक ऐसा क्षण है जब मुंबई ने अपने प्रिय उद्योगपति को अंतिम विदाई दी है, जो हमेशा के लिए उनकी यादों में जीवित रहेंगे।
उनकी दूरदर्शिता, उद्यमिता और मानवता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा हमें प्रेरित करती रहेगी।
रतन टाटा मार्च 1991 से 28 दिसंबर 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष रहे। उसके बाद 2016-2017 तक एक बार फिर उन्होंने समूह की कमान संभाली। उसके बाद से वह समूह के मानद चेयरमैन की भूमिका में आ गये थे।
उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। उन्होंने अपने कार्यकाल में टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और उदारीकरण के दौर में समूह को उसके हिसाब से ढाला।
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