
विश्व कायस्थ सम्मेलन 2025 : कायस्थ समाज की समृद्ध विरासत, सामाजिक एकता और भावी नेतृत्व को समर्पित
- 27-Sep-25 01:20 AM
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तालकटोरा स्टेडियम में 23–24 अक्टूबर को दो दिवसीय समारोह में कायस्थ समुदाय की विरासत, एकता और भविष्य के नेतृत्व का उत्सव
नई दिल्ली, 27 सितंबर (आरएनएस)। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (पंजीकृत 2150, नई दिल्ली) और चित्रांश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (सीसीसीआई) ने घोषणा की कि विश्व कायस्थ सम्मेलन 2025 का आयोजन 23-24 अक्टूबर, 2025 को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगा।
सम्मेलन की घोषणा करते हुए राष्ट्रीय चेयरमैन डॉ. अभिषेक वर्मा ने कहा कि यह यम द्वितीया (भाई दूज) के शुभ अवसर पर होगा, जिसे परंपरागत रूप से भगवान चित्रगुप्त की पूजा के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन कायस्थ समुदाय के लिए एकजुट होने और अपनी ताकत प्रदर्शित करने का एक ऐतिहासिक अवसर होगा। कायस्थ समुदाय की उत्पत्ति भगवान चित्रगुप्त से मानी जाती है, जिन्हें यमराज के खाताधारक के रूप में पूजा जाता है, जो मानव कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं। सदियों से, कायस्थों ने प्रशासन, कूटनीति, शिक्षा, साहित्य और शासन में केंद्रीय भूमिका निभाई है—प्राचीन भारत के शाही दरबारों से लेकर आधुनिक नौकरशाही और न्यायपालिका तक। हालांकि इसे उच्च जातियों में वर्गीकृत किया गया है, कई विद्वानों का मानना है कि समुदाय की अद्वितीय पहचान और भूमिका इसे एक स्वतंत्र वर्ण के रूप में स्थापित करती है, जिसकी परंपरा ज्ञान और शासन में निहित है। डॉ. वर्मा ने भारत के अनुमानित 12 करोड़ कायस्थों से एकजुट होने, एकता प्रदर्शित करने और एक महत्वपूर्ण राजनीतिक व सामाजिक शक्ति के रूप में उभरने का आह्वान किया, ताकि 2047, स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष तक भारत को ‘विश्व गुरु’ (विश्व नेता) के रूप में स्थापित करने में मदद मिले। इस कार्यक्रम में कवि विष्णु सक्सेना (अध्यक्ष, साहित्यिक प्रकोष्ठ), राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एडवोकेट सुनील निगम, राष्ट्रीय महासचिव मनोज श्रीवास्तव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विवेक कुलश्रेष्ठ, राष्ट्रीय कार्यकारी महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष निशी कुलश्रेष्ठ और संगठन के अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित थे।
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