
वृहत्तर मटियाबुर्ज के कई इलाकों में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प
- 11-Jun-25 02:01 AM
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0-डीसी सह महिला पुलिस अधिकारी सह कई घायल, पथराव, आगजनी व तोडफ़ोड़
0-भवानी भवन पहुंचे शुभेन्दु ने दी विधानसभा अचल की धमकी, कहा कोर्ट भी जाएंगे
0-सुकांत ने सीएम पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया
कोलकाता,11 जून (आरएनएस)। मुर्शिदाबाद के बद अब वृहत्तर मटियाबुर्ज विधानसभा के कई इलाकों में आज दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के साथ ही आगजनी व तोडफ़ोड़ की घटना के बात तनाव पसर गया है। खबर के लिखे जाने तक भारी संख्या में पुलिस बल व रैफ के साथ एडीजी दक्षिण बंगाल, डीआईजी प्रेसिडेंसी रेंज और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच कर हालात को सम्भाल रहें थे। वहीं उन्मादी भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर रही थी और वाहनों में आगजनी के साथ दुकानों वे घरों में तोडफ़ोड़ कर रही थी। स्थानीय लोगों व पुलिस सूत्रों की माने तो घटना शुरुआत तब हुई जब दक्षिण 24 परगना जिले के डायमण्ड हार्बर पुलिस जिले के रवींद्रनगर थाना इलाके के संतोषपुर संलग्न आकड़ा फाटक के एक उपासना स्थल के सामने फल के दुकान को लगाने को लेकर हुई। दो पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि भीड़ ने उक्त उपासना स्थल पर हमला कर पथराव व तोडफ़ोड़ की और पुुलिस के अधिकारियों से भीड़ नहीं सम्भली। ऐसे में पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा और तनाव आसपास यानी कोलकाता पुलिस के इलाके में पसर गई और तमाम जगहों पर दो पथराव, तोडफ़ोड़ व आगजनी की घटना घटी। साथ ही रवींद्रनगर थाने से सटे इलाके में एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस की गाड़ी में भी तोडफ़ोड़ की गई। हालात पर काबू पाने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। तमाम बार लाठीचार्ज भी किया गया। हालांकि, इसके बावजूद हालात पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। घटना में एक डीसी स्तर के एक अधिकारी भी घायल हुए हैं जबकि एक महिला पुलिस अधिकारी गंभीर तौर घायल हो गई। उसे लहूलुहान हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से स्थानीय लोग दहशत में हैं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल इलाके में गश्त कर रही है। घटना स्थल पर पहुंचे मटियाबुर्ज के विधायक खालिक मोल्ला के वाहन को रोक कर भी हंगामा मचाया गया। हालात को देखते हुए लाला बाजार पुलिस मुख्यालय से भी भारी संख्या में पुलिस बल को इलाके में भेजा गया है।
इधर विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी उक्त घटना के विरोध में भवानी भवन पहुंचे। उनके साथ भाजपा विधायक शंकर घोष और अन्य लोग भी थे। उन्होंने मांग की कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाए। उन्होंने पुलिस व राज्य सरकार पर एक विशेष वर्ग को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को विधानसभा अचल करने की धमकी दी। उन्होंने राज्य पुलिस डीजी राजीव कुमार से मिलने का अनुरोध किया। शुभेन्दु अधिकारी ने आरोप लगाया कि डीजी ने उनसे मुलाकात नहीं की। शुभेन्दु और अन्य विधायक बाहर आए और भवानी भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। उनके साथ साधु-संत भी थे। इस दौरान आज अधिकारी ने मीडिया के के साथ बातचीत में कहा, पुलिस कर्मियों पर हमला हुआ है। इसलिए मैं उनसे विनम्रता से मिलने आया था। मैं यह कहने आया था कि अर्धसैनिक बलों की मांग की जानी चाहिए। लेकिन वह ठंडे कमरे में बैठे हैं। फिर, चेतावनी भरे लहजे में अधिकारी ने कहा, हम गुरुवार को विधानसभा और कोर्ट में मिलेंगे।
केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विस्तृत पोस्ट में मजूमदार ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार पर राज्य के मुस्लिम बहुल इलाकों में बंगाली हिंदुओं पर बार-बार हो रहे हमलों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। खबर के लिखे जाने तक देर शाम तक हालात थोड़ा काबू में दिख रही थी और पुलिस बल इलाके में गिरफ्तारी सहित कार्रवाई को अंजाम दे रहे थे।
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