शोध में मौलिक विचारों का समन्वयन आवश्यक है: डॉ. प्रीति शर्मा

  • 04-Nov-23 03:14 AM

अमरकंटक,04 नवंबर (आरएनएस)। इंडियन रिसर्च स्कॉलर्स एसोसिएशन द्वारा सामाजिक विज्ञान विषय में गुणात्मक शोध: तकनीकी और उपकरण के अनुप्रायोगिक विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया । इस विषय के मुख्य वक्ता डॉ. प्रीति शर्मा (अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र,केन्द्रीय विश्वविद्यालय गुजरात) उपस्थित रहीं  । उन्होंने इस विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया । उन्होंने अपने व्याख्यान के प्रारंभ में रिसर्च, उसकी गुणवत्ता और  लेखन के प्रमुख विंदुवों को स्पष्ट किया ,उसके पश्चात प्रत्येक विंदुवों को शोध प्रविधि से जोड़ते हुए,उनके व्यावहारिक स्वरूप की व्याख्या की । उन्होंने कहा कि शोध के शीर्षक के चयन  में मौलिक विचारों की स्पष्टता अत्यंत आवश्यक है । ऐसे मौलिक  विचार शोध पत्रों में बहुत कम देखनें को मिल रहे हैं । यदि सामाजिक विज्ञान विषयों में  समस्या की पहचान कर लिया जाए  तो उनके पर्याप्त तथ्यों को संदर्भित  किया जा सकता  है जिसके कारण शोध  की मौलिकता स्पष्ट हो पाती है। इसलिए आवश्यक है की पर्याप्त तथ्यों और तर्कों के साथ रिसर्च र  किया जाए । उन्होंने यह भी बताया की शोध में नया विमर्श निकल् कर आना चाहिए केवल कुछ पृष्ठ लिखना ही शोध  नहीं होता है। समस्या के चयन के पश्चात संबंधित साहित्य का अवलोकन अत्यंत आवश्यक है । विषय से संबंधित साहित्य का अध्ययन करने के पश्चात ही शोध कार्य प्रारंभ करना चाहिए। अंत में डॉ. प्रीति   नें सभी प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर दिए । यह एक ऐसा एसोसिएशन है जिसमें संपूर्ण भारत के सामाजिक विज्ञान ,साहित्य भाषा एवं आर्ट्स से संबंधित रिसर्च स्कॉलर उपस्थित हैं। इस एसोसिएशन का उद्देश्य भारत के सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों के  साहित्य,कला,सामाजिक विज्ञान और मानवता विषयों पर शोध करने वाले अनुसंधान संस्थानों के साथ रचनात्मक,सृजनात्मक विकास और प्रगतिशील संवाद का आदान–प्रदान करना है।यह मंच भारत के उन सभी शोध विद्वानों का स्वागत करता है जो अनुसंधान कार्य में सक्रिय हैं। इस व्याख्यान के आयोजन  विकास कुमार,शोधार्थी,राजनीति विज्ञान एवं मानवाधिकार विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय , अमरकंटक द्वारा किया गया।उन्होंने हमारे अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस व्याख्यान की संयोजक आशा राजपुरोहित ( गवर्मेंट डिग्री कॉलेज, रतलाम  रही  एवं कार्यक्रम के सह-समन्वयक रेखा यादव,(सीतापुर कॉलेज) रहीं   । कार्यक्रम के सचिव अश्वनी कुमार आईजीएनटीयू रहे  ।इस व्याख्यान में कई शोधार्थी–विद्यार्थी एवं श्रोता उपस्थित थे। जिनमे गनेशीलाल, डॉ. बी डी जानी, अंकिता ,शिखा गोयल ,स्नेहा यादव ,एशवार्य गुप्ता, ज्योति एवं पुष्पलता  आदि जुड़े रहे । इस व्याख्यान का आयोजन गूगल मीट के माध्यम से संपन्न हुआ।
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