सिंधु जल समझौता रद्द करने पर भारत ने अमल करना शुरू किया
- 07-May-25 12:00 AM
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0-बगलिहार और किशनगंगा बांध के गेट पूरी तरह बंदअजय दीक्षितभारत ने चिनाव नदी पर बने बगलिहार बांध के गेट पूरी तरह गिरा दिए हैं और एक दो दिन मे जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में स्थित किशनगंगा जल परियोजना बांध के गेट भी बंद कर देगा इस आशय की खबर जम्मू कश्मीर के सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता ने जारी की है । न्यूयॉर्क टाइम्स, गार्जियन, पाकिस्तान के डॉन अखबार में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द करने पर अमल शुरू कर दिया है। बगलिहार, किशनगंगा जल परियोजना बांध हाइड्रल पावर स्टेशन है जहां क्रमश: 9०० वाट, और 332 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता है। सिंधु जल समझौता के अनुसार 1960 में पूर्वी नदियों रावी व्यास सतलुज नदियों पर भारत और पश्चिमी झेलम चिनाव इंडस नदियों पर पाकिस्तान का अधिकार दिया गया था।भारत ने 1991 में पहल कर झेलम और चिनाव नदियों पर हाइड्रल पावर स्टेशन स्थापित कर लिया।इन पावर स्टेशन से बाहर निकल कर जल पाकिस्तान के सिंधु प्रांत में चला जाता है। जहां पर इस जल से 17.5 लाख हैक्टेयर भूमि में सिंचाई होती है।यही हालात किशनगंगा जल परियोजना बांध से बाहर निकल कर जल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चला जाता है और 30 लाख हैक्टेयर भूमि पर सिंचाई होती है। जम्मू कश्मीर जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता ने कहा है कि दोनों बगलिहार किशनगंगा बांध से गाद यानी सिल्ट निकलने का कार्य चल रहा है इस लिए बांधो के गेट दो महीनों के लिए बंद कर दिए हैं।उसके बाद डैम सेफ्टी पैनल का केंदीय सरकार टीम दौरा कर लेगी तब तक गेट बंद रहेंगे।1948 से अब तक हुए तीन युद्ध से भी भीषण भारत पाकिस्तान के बीच तकरार का नया दौर आरंभ हो गया है।भारत सरकार ने इस बार 1971 से भी अधिक कड़े कदम उठाने का फैसला किया है। दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहवाज शरीफ ने कहा है कि अगर भारत ने पानी रोका तो युद्ध माना जाएगा। और भारत ने पानी रोक दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने सेना को कहा है कि वह अपने स्तर पर युद्ध का फैसला ले यानी सरकार की ओर से फ्री हैंड दे दिया गया है।22 अप्रैल से अब तक 15 दिन गुजरे हैं और भारत सरकार और भारतीय सेना ने हर मोर्चे पर तैयारी की है ऐसा प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी भी स्तर की लम्बी लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।जल,वायु,थल, सेना और अर्द्ध सैनिक बलों को भी हरी झंडी दे दी गई है। बीएसएफ, सीआरपीएफ, ष्टढ्ढस्स्न, आईटीबीपी, राज्य पुलिस बल , आइपीएस अधिकारियों, आईएएस अधिकारियों, मुख्यमंत्रियो, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस बार भारत सरकार कोई कसर नहीं छोडऩे वाली है। दरअसल बगलिहार बांध हाइड्रल पावर स्टेशन है , जम्मू संभाग में डोडा जिले में स्थित है।2008 में बन कर तैयार हुआ यह बांध 685०० घन मीटर जल भराव क्षमता है। लेकिन बताया जाता है कि हाल के वर्षों में भराव क्षमता में दस गुना वृद्धि की गई है।332 मीटर लंबे 143 मीटर ऊंचे इस बांध पर पिछले दो साल से कार्य जारी था। किशनगंगा जल परियोजना बांध हाइड्रल पावर स्टेशन कश्मीर सेक्टर के बांदीपोरा जिले में स्थित है।भारत में पहलगाम बेसरन घाटी के पांच किलोमीटर दायरे में रह रहे लोगों को पहलगाम थाने में बुलाकर हृढ्ढ्र की टीम पूछताछ कर रही है। दूसरी ओर चंद्रपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के वर्कर्स की छुट्टियों रद्द कर दी गई है। पंजाब के फिरोज़पुर में ब्लैक आउट किया गया है जो युद्ध की आहट देता है।अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी अमेरिका का बयान आया है कि भारत को अपनी सुरक्षा करने का पूरा अधिकार है ।ईरान के विदेश मंत्री ने आज पाकिस्तान का दौरा किया है। अभी तक चाइना, रूस, इटली फ्रांस जर्मनी ने भारत पाकिस्तान तनाव पर कोई राय नहीं दी है। ब्रिटेन जापान स्पेन भी चुप हैं।अभी यूएनओ से भी कोई विशेष प्रकार का बयान नहीं आया है।
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