सीईटी को सरकार ने बनाया आफत की परीक्षा : सैलजा

  • 21-Oct-23 02:04 AM

चंडीगढ़,  ,21 अक्टूबर (आरएनएस)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस कार्य समिति की सदस्य एवं हरियाणा काँग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि ग्रुप डी की भर्ती के लिए शनिवार को ली गई कॉमन एलिजिबिलिटी टैस्ट (सीईटी) की परीक्षा के दौरान भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के दावे तार-तार होते नजर आए जिस तरह की व्यवस्थाएं परीक्षार्थियों के लिए करने का ऐलान किया गया था, ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला।
लाखों परीक्षार्थी खचाखच भरी बसों में यात्रा करने को मजबूर दिखे, जबकि कितने ही युवा बस अड्डों पर जमीन में सोते नजर आए। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि जजपा ने प्रदेश के बेरोजगारों से वायदा किया था कि किसी भी नौकरी के लिए परीक्षा केंद्र उनके घरों के आसपास और अधिकतम 50 किलोमीटर दूरी तक बनाए जाएंगे लेकिन, भाजपा के साथ चार साल से सत्ता के मजे लेने वाली जजपा भी जनता से किए गए अपने वायदे भूल गई। सरकारी नौकरी के लिए धक्के खा रहे बेरोजगारों के लिए दूर-दूर परीक्षा केंद्र बनाकर उनके साथ वायदा खिलाफी की गई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी 22 जिलों की बजाए महज 17 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाना मुख्यमंत्री के हरियाणा एक, हरियाणवी एक के नारे की हवा निकालने वाला कदम है। सोची समझी साजिश के तहत जानबूझकर प्रदेश के 05 जिलों नूंह, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक व जींद में एक भी भर्ती परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया। दूर-दूर परीक्षा केंद्र बनाने का मकसद बेरोजगारों को आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान करना है। उन्होंने कहा कि नूंह, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक व जींद जिलों में परीक्षा केंद्र न बनाकर सरकार क्या साबित करना चाहती है क्या ये जिले परीक्षा संचालित करने के लायक नहीं हैं। अगर सरकार ने इन जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए होते तो हजारों परीक्षाओं को परीक्षा देने के लिए दूर दराज जिलों में न जाना पड़ता।
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