सीएम ममता का करंट से मरने वालों के परिजनों को आर्थिक मदद व नौकरी का ऐलान

  • 24-Sep-25 02:23 AM

कहा-अगर सीईएससी ने नहीं दिया तो बंगाल सरकार देगी होमगार्ड की नौकरी
कोलकाता 24 Sep, (Rns) । बंगाल सहित खासकर महानगर कोलकाता में भीषण बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। कोलकाता समेत आसपास के इलाकों में जलजमाव और करंट फैलने के कारण पुष्ट-अपुष्ट सूत्रों के कारण अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जल जमाव के कारण करंट लगने से मरने वालों के परिवारों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मृतक के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर सीईएससी मृतक के परिवार के किसी सदस्य को नौकरी नहीं देता है, तो वह परिवार के किसी एक सदस्य को होमगार्ड की विशेष नौकरी देगी।
ममता बनर्जी ने आज सुबह एक मृतक के परिवार से फ़ोन पर बात भी की। दोपहर में, भवानीपुर में पूजा का उद्घाटन करते हुए, सीएम ममता बनर्जी ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, "राज्य प्रत्येक मृतक के परिवार के किन्ही सदस्य को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगा। मैंने सीईएससी को परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के लिए कहा है, लेकिन अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो राज्य एक विशेष होमगार्ड की नौकरी प्रदान करेगा।" इसके साथ ही, उन्होंने सीईएससी को मृतक के प्रत्येक परिवार के सदस्य को 5 लाख रुपये देने का भी वादा किया।
कोलकाता में जल जमाव की स्थिति पर ममता बनर्जी ने आज कहा, "स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है। ज़्यादातर इलाकों में पानी कम हो गया है। निचले इलाकों में कुछ जगहों पर अभी भी पानी है। यह जल्द ही कम हो जाएगा।" इसके बाद उन्होंने फिर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "डीवीसी, मैथन, फरक्का बैराज ने पानी छोड़ा। इस बीच, गंगा में ज्वार आया हुआ है। हालांकि, नगर पालिका ने बहुत अच्छा काम किया है।" संयोग से, मुख्यमंत्री ने दूसरे दिन बारिश के कारण कोलकाता की पूजाओं का उद्घाटन स्थगित कर दिया था। वह तीसरे दिन 40 पूजाओं का उद्घाटन करेंगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने करंट से मौत की घटनाओं के लिए निजी बिजली आपूर्ति कंपनी सीईएससी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अगर कंपनी ने ढांचा मजबूत करने पर ध्यान दिया होता, तो इन मौतों को रोका जा सकता था। वहीं, सीईएससी प्रबंधन ने सफाई देते हुए बताया कि अधिकांश घटनाएं घरों के भीतर खराब वायरिंग के कारण हुईं। दो हादसे करंट लगने से और एक सिग्नल कियोस्क में हुआ। कंपनी ने कहा कि आगे और सतर्कता बरती जाएगी। इधर विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और भाजपा नेता अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश की चेतावनी दी थी लेकिन राज्य सरकार ने कोई तैयारी नहीं की। इसी वजह से थोड़ी सी बारिश से कोलकाता डूब गया और कई लोगों की जान चली गई। लगातार बारिश से कोलकाता पूरी तरह थम गया है। बुधवार सुबह के समय भी शहर की ज्यादातर सड़कें जलमग्न हैं, जिसके कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। सियालदह और दक्षिणी रेलवे की कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और मेट्रो सेवाएं भी बाधित हुईं। हवाई अड्डे पर 60 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं जबकि 40 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई।




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