
स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है शतावरी, आज ही बनाएं अपनी डाइट का हिस्सा
- 21-Jul-25 12:00 AM
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शतावरी एक हरी सब्जी होती है, जिसे अंग्रेजी में ऐस्पैरागस भी कहा जाता है। यह लंबे हरे या सफेद तने वाला पौधा होता है, जिसे सब्जी के रूप में पकाकर खाया जा सकता है। इसे आम तौर पर एशियाई या पश्चिमी खान-पान में शामिल किया जाता है। हालांकि, इसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जिनके कारण इसे डाइट में शामिल करना सही निर्णय हो सकता है। आइए इस सब्जी के मुख्य स्वास्थ्य संबंधी फायदे जानते हैं।वजन घटाने में मददगारशतावरी में न केवल कम वसा होती है, बल्कि इसके एक कप में सिर्फ 32 कैलोरी होती हैं। साथ ही इसमें घुलनशील और अघुलनशील फाइबर भी ज्यादा होता है, जिस कारण यह वजन घटाने में मददगार साबित हो सकता है। फाइबर को पचने में थोड़ा समय लगता है, इसलिए इसके सेवन के बाद पेट देर तक भरा रहता है और ज्यादा खाने की संभावना भी कम हो जाती है। ज्यादा लाभ पाने के लिए इसे केवल थोड़े तेल में भूनें।विटामिन-ई से भरपूरशतावरी विटामिन-ई का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है और कोशिकाओं को मुक्त कणों के हानिकारक प्रभावों से बचाता है। विटामिन-ई पाने के लिए शतावरी को थोड़े से जैतून के तेल में पकाना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि अगर इसे थोड़ी वसा के साथ खाया जाए तो शरीर विटामिन-ई को बेहतर तरीके से अवशोषित कर पाता है।चिड़चिड़ापन दूर करने में सहायकशतावरी में फोलेट मौजूद होता है, जो एक तरह का विटामिन-बी है। यह आपके मनोबल को बढ़ा सकता है और चिड़चिड़ापन दूर करने में भी सहायता कर सकता है। अगर आपको अवसाद है या आपके शरीर में फोलेट और विटामिन-बी12 की कमी है, तो शतावरी खाना आपके लिए फायदेमंद होगा। इस सब्जी में ट्रिप्टोफैन नामक एमिनो एसिड भी पाया जाता है, जो मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है।पाचन स्वास्थ्य को दुरुस्त करने में मददगारअगर आप रोजाना की डाइट में शतावरी शामिल करते हैं तो आपका पाचन स्वास्थ्य दुरुस्त हो सकता है। आधा कप शतावरी में 1.8 ग्राम फाइबर होता है, जो दैनिक जरूरत का 7 प्रतिशत होता है। इसके अलावा, यह सब्जी सभी आवश्यक खनिजों, एंटीऑक्सीडेंट और इनुलिन जैसे प्राकृतिक प्रोबायोटिक्स से भरपूर होती है। ये स्वस्थ आंत बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं, जिससे पाचन सुधरता है और पेट ठीक रहता है।ब्लड प्रेशर हो सकता है कमशोध बताते हैं कि शतावरी पाचन के दौरान पित्त अम्लों की बंधन क्षमता में सुधार करके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। इस सब्जी में बैंगन, गाजर और ब्रोकली जैसी अन्य सब्जियों की तुलना में ज्यादा पित्त अम्ल-बंधन क्षमता होती है। शतावरी लिपिड चयापचय को विनियमित करके, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके, रक्तचाप को कम करके और वजन घटाकर आपको स्वस्थ रख सकता है। हालांकि, इस संबंध में और शोध की जरूरत है।
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