(कोलकाता)जीएसटी सुधार में दुर्गोत्सव को ध्यान रखा गया: निर्मला सीतारमण

  • 18-Sep-25 12:00 AM

वित्तमंत्री का दावा, जीएसटी दर में बदलाव से देश के 140 करोड़ लोगों को होगा फायदाजगदीश यादवकोलकाता 18 सितंबर (आरएनएस)। कहा जा रहा है कि जीएसटी सुधार दिवाली का उपहार है। लेकिन यह सच तो यह भी है कि इसे दुर्गा पूजा को ध्यान में रखकर भी किया गया है। उक्त बात आज कोलकाता में केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कही। उन्होंने कहा कि, मोदी सरकार जीएसटी दर में कटौती का लाभ देश के हर व्यक्ति तक पहुंचाने पर ज़ोर दे रही है। जीएसटी दर में इस बदलाव से देश के 140 करोड़ लोगों को फ़ायदा होगा। राष्ट्रीय पुस्तकालय के भाषा भवन में उन्होंने कहा कि, पिछले सभी सुधारों का असर समाज के एक खास वर्ग पर ही पड़ा। आयकर छूट से एक खास वर्ग को ही फायदा होता रहा है। इसके अलावा, पहले कॉर्पोरेट टैक्स, एसटीजी, पूंजीगत लाभ पर कर छूट आदि केवल एक वर्ग तक ही सीमित थे। उन्होंने कहा, जीएसटी का भुगतान अमीर, गरीब, शहरी और ग्रामीण सभी करते हैं। इसलिए, समाज के सभी वर्गों के लोगों को जीएसटी छूट का लाभ मिलेगा।केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीता रमण ने कहा, आपके त्योहारों की शुरुआत के समय ही जीएसटी छूट की शुरुआत की जा रही है। निर्मला ने कहा कि जीएसटी ढांचे में सुधार से बंगाल को विभिन्न हस्तशिल्प और कृषि उत्पादों के क्षेत्र में लाभ होगा। इनमें शांतिनिकेतन के स्तरीय हस्तशिल्प, बांकुड़ा पंचमुड़ा टेराकोटा, पूर्व और पश्चिमी मदिनीपुर की चटाई, बीरभूम-मुर्शिदाबाद नक्शी कांथा, पुरुलिया के छऊ मुखौटे, दक्षिण दिनाजपुर के लकड़ी के मुखौटे, शोलार हस्तशिल्प, माल्दा-मुर्शिदाबाद आम और दार्जिलिंग चाय शामिल हैं। इसके अलावा, हावड़ा-हुगली-उत्तर 24 परगना के जूट उद्योग को भी जीएसटी छूट का लाभ मिलेगा।वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुसार, महालया के बाद, यानी नवरात्रि की शुरुआत में, नई जीएसटी व्यवस्था लागू हो जाएगी। इससे आम लोग, खासकर बंगाल की नई पीढ़ी, अपनी इच्छानुसार खरीदारी कर सकेंगे। खरीदार बिना किसी बाहरी खरीदारी के अपनी पसंद की चीज़ें खरीद सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि दूसरी पीढ़ी के जीएसटी को लागू करने की योजना काफी समय से चल रही थी। हालाँकि, पारिवारिक कारणों से इसकी तारीख टाल दी गई थी। अंतत:, दुर्गा पूजा से पहले नेक्स्ट जेन जीएसटी लागू करने का निर्णय लिया गया है, ताकि आम लोग केवल दो-स्तरीय कर प्रणाली का लाभ उठा सकें।सीतारमण ने कहा कि बंगाल के कई उद्योगों और लघु उद्यमों को सीधा लाभ होगा। दैनिक आवश्यकताओं के अलावा, शांतिनिकेतन में चमड़ा शिल्प, बांकुड़ा में टेराकोटा और मिट्टी के बर्तन, पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर और पुरुलिया में छऊ मास्क, दक्षिण दिनाजपुर के कुशमंडी में लघु उद्योग और बर्दवान में शोला उत्पादों पर कर कम किए जाएंगे। वित्त मंत्री ने दावा किया कि इन उद्योगों के लिए कर की दर घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है। इसके अलावा, नक्शी कांथा उद्योग, माल्दा में आम, दार्जिलिंग में चाय, जूट बैग, होजरी और रेडीमेड गारमेंट उद्योग भी नेक्स्ट जेन जीएसटी से लाभान्वित होंगे। उन्हें उम्मीद है कि बंगाल के लघु उद्योगों से लेकर कृषि उत्पादों तक, सभी क्षेत्रों में नई कर संरचना बंगाल के बाजार में नई संभावनाएं पैदा करेगी और त्योहारी सीजऩ में उपभोक्ता खरीदारी को और बढ़ावा देगी।निर्मला सीतारमण ने कहा, जीएसटी उन सभी उत्पादों से जुड़ा है जिनकी लोगों को सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक ज़रूरत होती है। जीएसटी दर में बदलाव से इन सभी उत्पादों की कीमतें कम होंगी। इससे करोड़ों आम लोगों को फायदा होगा।Ó हालांकि जीएसटी दर में बदलाव सितंबर की शुरुआत में लागू होगा, लेकिन इसे 22 सितंबर से लागू किया जाएगा। निर्मला ने यह भी बताया कि इतना समय क्यों दिया गया है।




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