(कोलकाता)देश सहित अब बंगाल में भी तुर्किये के सेब नहीं बेचेंगे व्यापारी
- 14-May-25 12:00 AM
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भारतीय व्यवसायियों के आर्थिक हमले से पाक के दोस्त को होगा एक हजार करोड़ का नुकसानकोलकाता 14 मई (आरएनएस)। पाक के आतंकियों के द्वारा पहलगाम की आतंकी घटना और उसके जवाब में भारत के अपरेशन सिंदूर के बाद पूरी दुनिया को भारत ने अपनी ताकत से रुबरु करा दिया है। आज जहां भारत सरकार ने तुर्किये के सरकारी चैनल टीआरटी वल्र्ड और चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के ङ्ग अकाउंट ब्लॉक कर दिए हैं। इन पर भारत विरोधी अभियान चलाने और सेना के बारे में गलत खबरें फैलाने का आरोप है। वहीं पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में भारतीय व्यापारियों ने तुर्किये से सेब के आयात से इनकार कर दिया है। बता दे कि कोलकाता के मछुआ फल मंडी में तुर्किये के सेब की काफी मांग है और यहां से सेब बंगाल सहित देश के तमाम जगहों पर भेजे जाते है। यहां तुर्किये के सेब लेने से तमाम व्यापारियों के द्वारा इंकार की खबर है। देश भर में ख्यात अखिल एकता उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव गणेश जायसवाल ने उक्त मुद्दे पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत में तुर्किये के सेब का काम तीन से छह माह चलता है और लगभग एक हजार करोड़ के सेब का हम भारतीय का आयात करते हैं। लेकिन तुर्किये जैसे सांप को दूध पिलाना छोडऩा होगा। कारण तुर्किये, पाकिस्तान को ड्रोन देता है। इन्हीं ड्रोन्स से पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया। ऐसे में अखिल एकता उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारी अब तुर्किये के सेब नहीं बेचेंगे। गनेश जायसवाल ने कहा कि, जो लोग तुर्किये का सेब भारत में बेचेंगे वह लोग अपने देश का अहित करेंगे। कोलकाता हो या फिर दिल्ली अगर कोई तुर्किये सेब बेचता है तो हम इसका विरोध करेंगे। वैसे देश भर में तमाम जगहों पर व्यापारियों ने तुर्किये सेब का बहिष्कार करने शुरु कर दिया है। जिसके कारण मात्र 48 घंटे में ही तुर्किये सेब की बिक्री गिर गई है। व्यापारियों की माने तो 2023-24 में भारत ने तुर्किये से लगभग 1 लाख 60 हजार टन सेब का आयात किया है। मात्र 48 घंटों में हाल तो यह है कि अब व्यापारी तुर्किये का बहिष्कार कर हिमाचल, उत्तराखंड, ईरान और दूसरे जगहों के सेब खरीद रहे हैं। बहरहाल उक्त मामले पर पोर्ट अंचल के एक उपभोक्ता शिव कुमार राय, चेतला के निवासी बिश्वरुप दे, कालीघाट के निवासी प्रवीर चटर्जी, बड़ा बाजार के निवासी विकास गोयल, अजित कुमार व अन्य का प्राय: एक तरह का कहना है कि, तुर्किये में आये तमाम प्राकृतिक आपदाओं में भारत ने तन, मन व धन से उसकी मदद की है लेकिन उसने भारत-पाक के बीच उपजे तनाव के बीच पाक को ड्रोन सहित अन्य मदद देकर साबित किया है कि वह गद्दार है। उसके हर उत्पाद का बहिष्कार करना चाहिए।
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