(कोलकाता)विश्वकर्मा पूजा से पूर्व कोलकाता में बढ़ी उड़ती मौतÓ का कहर

  • 25-Aug-25 12:00 AM

मां फ्लाइओवर पर चाइनीज मांझे के शिकार मीडिया कर्मी की जान बाल बाल बचीजयदीप यादवकोलकाता 25 अगस्त (आरएनएस)। चाइनीज मांझा पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है। इसे खरीदने और बेचने वालों पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 15 के तहत 5 साल तक की सजा और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। लेकिन इसके बाद भी चाइनीज मांझा पर लगाम नहीं लग पा रहा है। महानगर कोलकाता में सबसे ज्यादा हादसे मां फ्लाइओवर पर चाइनीज मांझा के कारण होते है। चाइनीज मांझा को उड़ती मौत भी कहा जाता है। मां फ्लाइओवर चाइनीज मांझे का शिकार आम लोगों से लेकर पुलिस वाले भी हो चुके है। लेकिन इसके बाद भी मां फ्लाइओवर पर उड़ती मौतÓ का कहर थम नहीं रहा है। इसी क्रम में उड़ती मौतÓ यानी चाइनीज मांझा का शिकार मीडिया कर्मी मो. जहीर तब हो गए जब वह समाचार संकलन के लिए जा रहे थे। मीडिया कर्मी मो. जहीर ने बताया कि, वह अपनी स्कूटी पर पार्क सर्कस जा रहे थे कि, मीडिया कर्मी चाइनीज मांझे का शिकार हो गए और बाल-बाल उनकी जान बची। सिर पर हेलमेट के कारण उनकी जान तो बच गई लेकिन मस्तक चाइनीज मांझा के कारण लगभग 8 इंच जख्म बन गया। अन्य वाहन चालकों ने मो. जहीर को बचाया और इलाज के लिए ले गए। बता दे कि लगभग 10 माह पहले इसी तरह से विधाननगर कमिशनरेट में तत्कालिन असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर शाहनवाज अली मां फ्लाईओवर पर चाइनीज मांझे का शिकार हो गए थे। बाद में खून से लथपथ अस्सिटेंट सब इंस्पेक्टर को तुरंत अस्पताल भेजा गया था। एक वरीय पुलिस अधिकारी ने नाम की गोपनीयता पर बताया कि, वैसे तो पतंगबाजी कोलकाता में कोई नई बात नहीं है। लेकिन विश्वकर्मा पूजा के कुछ दिन पहले से युवाओं में पतंगबाजी का जैसे पागलपन सवार हो जाता है और वह लोग अब चाइनीज मांझा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं। बहरहाल चीनी मांझा के बारे में जानकारों ने बताया कि, यह कोलकाता में भी प्रतिबंधित है। लेकिन कूरियर सेवा का इस्तेमाल करके कोलकाता से दिल्ली तक चीनी मांझा भेजा जा रहा है। कोलकाता में प्रतिबंधित चीनी मांझा चोरी-छिपे चुनिंदा ग्राहकों को बेचा जाता है।




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