(कोलकाता)शिक्षक भर्ती घोटाले की सूची में तृणमूल पार्षद, कई नेता सहित विधायक की बेटी का नाम
- 31-Aug-25 12:00 AM
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कोलकाता 31 अगस्त (आरएनएस)। शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) ने दागी अयोग्यÓ उम्मीदवारों की पहली सूची प्रकाशित कर दी है। लेकिन पहली ही सूची में ऐसे तमाम लोगों के नाम सामने आये है, जिससे सवालों की झड़ी लगने लगी है। अयोग्य शिक्षकों-शिक्षिकाओं की रोल नंबर सहित जारी इस सूची में 474वें क्रम पर तृणमूल कांग्रेस की सोनारपुर नगरपालिका के 18 नंबर वार्ड की पार्षद कुहेली घोष का नाम भी सूची में आया है। वहीं उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा से तृणमूल कांग्रेस विधायक हमीदुल रहमान की बेटी रोशना बेगम का नाम भी सूची में है।कुहेली घोष इस समय सोनारपुर चौहाटी हाई स्कूल में इतिहास की शिक्षिका हैं । वह लगातार तीन बार तृणमूल पार्षद चुनी जा चुकी हैं। सूची में नाम आने के बाद उन्होंने नाराजगी जताते हुए साफ कहा है कि वो इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ेंगी उनके अनुसार, यह कोई नया विषय नहीं है। 2022 में भी मेरा नाम आया था। तब भी मीडिया में चर्चा हुई थी। मैं जानती हूं कि मैंने अपनी योग्यता के आधार पर नौकरी पाई है। मैंने सीबीआई को चुनौती दी थी, लेकिन उन्होंने न तो मुझे बुलाया और न ही कोई सूची प्रकाशित की। इस बार मेरा नाम क्यों आया है, यह मेरे लिए भी स्पष्ट नहीं है।कुहेली घोष पहले प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका थीं। बाद में उन्होंने वह नौकरी छोड़कर वर्तमान पद पर कार्यभार ग्रहण किया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार उनकी प्राथमिक की नौकरी बहाल होनी चाहिए। इस बीच उन्हें शुक्रवार की रात एक नई परीक्षा का एडमिट कार्ड मिला, जबकि दूसरी आवेदन प्रक्रिया रद्द कर दी गई। इस विरोधाभास पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इसका जवाब वही दे सकते हैं जिन्होंने सूची तैयार की है। इधर बता दे कि, तृणमूल कांग्रेस विधायक हमीदुल रहमान की बेटी रोशना बेगम का भी अयोग्य अभ्यर्थियों की सूची में सामने आया था। वेबसाइट पर रोल नंबर और विवरण के साथ प्रकाशित सूची में उन्हें फिर से अयोग्य शिक्षकों की श्रेणी में चिह्नित किया गया है। रोशना कालीगंज हाईस्कूल में पढ़ा रही थीं। इस सूची में सिर्फ विधायक की बेटी ही नहीं, बल्कि कई प्रभावशाली नेताओं से जुड़े नाम भी हैं। इनमें सबसे प्रमुख है पूर्व मंत्री परेश अधिकारी की बेटी अंकिता अधिकारी। अंकिता की नियुक्ति पहले ही 2022 में तत्कालीन कलकत्ता हाईकोर्ट के जज अभिजीत गांगुली ने रद्द कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी बाद में उनके पक्ष में राहत देने से इनकार कर दिया था और उनकी नियुक्ति को "संदेहास्पद" करार दिया था। सिर्फ यही नहीं सूची में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय स्तर के कई नेताओं के नाम भी सामने आए हैं। इनमें पिंगला के जलचक पंचायत क्षेत्र के तृणमूल क्षेत्रीय अध्यक्ष अजय माझी सह तृणमूल नेता प्रियंका मंडल का नाम शामिल है। उक्त सूची में तृणमूल कांग्रेस से जुड़े कई प्रभावशाली नेताओं और उनके रिश्तेदारों के नाम भी इसमें शामिल हैं। सूची में एक तृणमूल विधायक की बेटी और पूर्व मंत्री की बेटी का नाम भी मौजूद है।
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