(कोलकाता)सीएम ममता ने फिर डीवीसी पर लगाया बंगाल में साजिशन पानी छोडऩे का आरोप
- 03-Oct-25 12:00 AM
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कोलकाता 3 अक्टूबर (आरएनएस)। सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि डीवीसी ने राज्य को सूचित किए बिना लगभग 65 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह का काम किया है यह हमारे त्योहार को खराब करने की साजिश ही है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि डीवीसी ने राज्य प्रशासन को कोई सूचना दिए बिना पानी छोड़ दिया। ममता ने धमकी भरे लहजे में कहा, मैं किसी को भी बंगाल का विसर्जन करने नहीं दूंगी। ममता बनर्जी ने इस संबंध में एक्स पर कई पोस्ट किए। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर तीखा बयान जारी करते हुए डीवीसी की कार्रवाई को लापरवाह और शर्मनाककरार दिया। उन्होंने कहा कि विजयादशमी का दिन खुशियों और नई उम्मीदों का होता है, लेकिन डीवीसी ने बिना किसी सूचना के भारी जल छोड़ दिया। यह कदम पवित्र त्योहार के मौके पर बंगाल की जनता को दुख देने की साजिश जैसा है।बनर्जी ने आरोप लगाया कि यह प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि डीवीसी द्वारा रची गई आपदा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, मैं साफ कर देना चाहती हूं कि बंगाल का विसर्जन कोई नहीं कर पाएगा। हमारी जनता के खिलाफ हर साजिश का डटकर मुकाबला होगा। सच्चाई झूठ पर विजय पाएगी और अच्छाई बुराई पर हावी होगी। जय मां दुर्गा! राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक, मैथन और पंचेत जलाशयों से छोड़ा गया पानी दुर्गापुर बैराज और निचले इलाकों की ओर बहा, जिससे बांकुड़ा, पूर्व बद्र्धमान, हावड़ा और हुगली जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिला प्रशासन को सतर्क रहने और संवेदनशील नदी किनारे के इलाकों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। डीवीसी, जो केंद्र सरकार की एक एजेंसी है, ने फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, पिछली घटनाओं में उसने पानी छोडऩे के फैसलों को तकनीकी आवश्यकता और बांध सुरक्षा से जुड़ा बताया था। ममता बनर्जी लंबे समय से डीवीसी पर जल प्रबंधन में लापरवाही, नदी की समय पर ड्रेजिंग न करने और राज्य सरकार के साथ समन्वय की कमी का आरोप लगाती रही हैं। उल्लेखनीय है कि 1948 में स्थापित डीवीसी पश्चिम बंगाल और झारखंड में 24 हजार 235 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला एकीकृत विद्युत उत्पादन उपक्रम है। गौरतलब हो कि, शुक्रवार को आरामबाग की सांसद मिताली बाग, विजया को बधाई देने मुख्यमंत्री के कालीघाट स्थित आवास पर गईं। घाटल और पश्चिमी मिदनापुर के अन्य जिलों के कई तृणमूल नेता इस अवसर पर मौजूद थे। तृणमूल के एक सूत्र के अनुसार, विजया को बधाई देने के बाद, ममता ने नेताओं को डीवीसी के कारण हुए जलभराव से निपटने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में जाने का आदेश दिया। तृणमूल नेता ने मिताली से अपने लोकसभा क्षेत्र में वापस लौटने और काम शुरू करने को कहा। मुख्यमंत्री ने पश्चिमी मिदनापुर जिला परिषद के अध्यक्ष उत्तरा सिंह, अजीत मैती और प्रद्योत घोष को डीवीसी से प्रभावित उदनारायणपुर जैसे इलाकों में शीघ्र राहत पहुंचाने का आदेश दिया।
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