(भोपाल)भोपाल में गूंजी कविता और शायरी की महफि़ल
- 23-Jun-25 12:00 AM
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-ता उम्र हिस्से में मेरे ना-कामयाबी आयी ,मुझे भी कोई खि़ताब देता तो क्या ही देता* : अनुज कपूर-ुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि में कवि सम्मेलन और मुशायरा में युवा कवियों ने किया पाठ भोपाल 23 जून (आरएनएस)। भोपाल के दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय में माइक ऑन और राइटर वल्र्ड इंडिया द्वारा कवि सम्मेलन एवं मुशायरे में देशभर के युवा रचनाकारों ने साहित्य प्रेमियों का मन मोह लिया। माइक ऑन और राइटर वल्र्ड इंडिया के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए शायरों, कवियों और कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शुभम चौहान सहित गाजियाबाद से प्रसिद्ध शायर अनुज कपूर, गुरुग्राम सेनीत भावना जायसवाल, दिल्ली से समय और प्रांशु दुबे प्राण , भोपाल से शायर आमिर अज़हर खान ,दिनेश गुप्ता मकरंद, औरंगजेब आज़म, खुशबू-ए-फातिमा ने रचनाई सुनाई, वहीं संचालन आनंद गुस्ताख़ ने किया। मंच संचालन की जि़म्मेदारी बखूबी निभाई। इस साहित्यिक आयोजन को सफल बनाने में भोपाल केअनुराग भरत और आरती शर्मा का पूर्ण सहयोग रहा, जिनके बिना यह कार्यक्रम संभव नहीं हो पाता। श्रोताओं के बीच खास तौर पर अनुज कपूर की शायरी को खूब वाहवाही मिली, जिससे पूरा सभागार तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।उन्होंनेकब तलक जख़़म पे दवा करें, जब हकीम कह दे दुआ करें जैसे शायरी से युवाओं का मन मोहा। माइक ऑन के संस्थापक प्रियांशु पंडित ने बताया कि उनकी संस्था ऐसे साहित्यिक कार्यक्रम देश भर में आयोजित करती रहती है और भविष्य में भी साहित्य को बढ़ावा देने के लिए ऐसे ही आयोजन करती रहेगी।
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