(मंडी) मंडी में फिर बिगड़े हालात: बादल फटने से मची तबाही, मलबे की चपेट में आने से तीन मौत, एक लापता
- 29-Jul-25 12:00 AM
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मंडी 29 जुलाई ( आरएनएस ) । हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश ने फिर तबाही मचाई है। बादल फटने से इस बार मंडी शहर के विभिन्न स्थानों पर भारी नुकसान हुआ है। मंडी शहर के जेल रोड़ में अभी तक तीन लोगों की पानी के बहाव में बहने से मौत की पुष्टि हुई है। एक महिला का शव मलबे में दबी गाडिय़ों के बीच में फंसा हुआ था, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकला गया। एक महिला लापता बताई जा रही है। पुलिस विभाग, एनडीआरएफ, होमगार्ड और अग्निशमन विभाग की टीमों की ओर से बचाव एवं राहत कार्य चलाया जा रहा है। भारी बारिश के कारण, मंडी के 2-3 छोटे नाले उफान पर आ गए, जिससे मंडी शहर के जेल रोड इलाके में भारी नुकसान हुआ। इस हादसे में तीन लोगों के हताहत होने की सूचना है। मृतकों में बलबीर सिंह पुत्र कृष्ण सिंह, अमनप्रीत सिंह उर्फ सनी पुत्र दर्शन सिंह व सपना पत्नी दर्शन सिंह के रूप में हुई है। एक व्यक्ति दर्शन सिंह घायल है और उपचार के लिए मंडी के क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।बादल फटने के बाद आई बाढ़ में दर्जनों छोटे-बड़े वाहन मलबे में दब गए हैं और कुछ बह गए हैं। इसके अलावा पैलेस कॉलोनी, जोनल अस्पताल और अन्य स्थानों पर बारिश ने कहर बरपाया है। शहर वासियों ने डर के साए में पूरी रात काटी। सुबह नगर निगम के मेयर वीरेंद्र भट्ट, कमीशनर रोहित राठौर और अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। धर्मपुर लोनिवि मंडल कार्यालय व अधीक्षण अभियंता कार्यालय के ऊपर भारी भूस्खलन हुआ है। कई गाडिय़ों के दबने की भी सूचना है। ब्यास, सुकेती, और सकोडी खड्ड के उफान पर होने से साथ लगते घरों के लोग भी सहम गए।नगर निगम आयुक्त मंडी रोहित राठौर ने कहा कि मंडी में भारी बारिश के कारण ऊपरी इलाकों का मलबा निचले इलाकों में जमा हो गया। यह बादल फटने का नतीजा हो सकता है। सभी अधिकारी फिलहाल राहत कार्य में जुटे हैं। हमें जेल रोड के पास हुए नुकसान की सूचना मिली है। इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई है। भारी बारिश के कारण बंद हुए दोनों प्रमुख नेशनल हाईवेचंडीगढ़-मनाली और पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे बीती रात से बाधित हैं। चंडीगढ़-मनाली एनएच पर 4 मील, 9 मील, दवाड़ा, झलोगी और अन्य स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। इसी तरह से पठानकोट-मंडी पर भी पधर से लेकर मंडी तक अनेकों स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। जिला में अभी भी बारिश का दौर जारी है। राहत कार्यों में दिक्कतें पेश आ रही हैं। मंडी शहर के विक्टोरिया पुल के पास भी भूस्खलन हुआ है।नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी पहुंचे जेल रोड, राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लियामंडी में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी जेल रोड पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। इस दौरान डीसी मंडी भी मौजूद रहे। उनके साथ विधायक मंडी सदर अनिल शर्मा भी मौजूद रहे। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जिला मंडी के जेल रोड में बादल फटने की घटना पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट की हैं।प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद: मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। राहत एवं बचाव कार्यों को तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री स्वयं स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं और सभी आवश्यक सहायता तुरंत उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने राहत कार्यों में जुटे स्थानीय लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इस कठिन समय में प्रभावित लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और सतर्क रहें।बारिश से बद्दी में सड़कों पर भरा पानी, गड्ढे में फंसी कारपिंजौर-नालागढ़ फोरलेन के निर्माण कार्य में देरी का खामियाजा लोग भुगत रहे हैं। यहां पर बारिश के दौरान मंगलवार को सड़कें पानी से भर गईं। इसमें एक दंपति की कार भी गड्ढे में धंस गई। हालांकि उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया। खुद दंपत्ति मुश्किल से कार से बाहर निकली। लोगों का कहना है कि गर्मियों में सड़क की हालत नहीं सुधारी गई। इसका खामियाजा अब वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। यहां पर जगह-जगह पड़े गड्ढों से लोगों को निकलना मुश्किल हो रहा है।ऊना में भारी बारिश, कई निचले इलाकों में जलभराव, खेत-खलिहान बने तालाबजिला ऊना में सोमवार रात से बारिश का सिलसिला मंगलवार सुबह तक लगातार जारी रहा। रातभर हुई तेज बारिश के कारण सड़कों से लेकर खेत-खलिहान तक पानी से लबालब हो गए। कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ। बारिश का यह दौर मंगलवार सुबह तक जारी रहा, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खेतों में अधिक पानी भर जाने से किसानों की चिंताएं भी बढ़ गई हैंबारसड़ा गांव की उफनती खड्ड में फंसी गाय, ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद बचायाऊना के अंतर्गत आने वाले बारसड़ा गांव में एक गाय खड्ड के तेज बहाव में फंस गई। खड्ड उफान पर होने के चलते गाय बीच में फंस गई और बाहर निकलने में असमर्थ हो गई। स्थानीय लोगों ने जैसे ही गाय को फंसा हुआ देखा, तुरंत बचाव अभियान चलाया। कई घंटों की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने मिलकर गाय को सुरक्षित बाहर निकाला। घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल गाय की प्राथमिक चिकित्सा भी की और पशु विभाग को सूचना दी गई है।कई भागों में भारी बारिश का अलर्टमौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज राज्य के कई भागों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगले तीन घंटों में बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना जिलों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। राज्य के कई भागों में 30 जुलाई से 4 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट है।।
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