(रतलाम)आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. की 16 दिन की सुरिमंत्र की साधना पूर्ण होने पर होगा महामांगलिक का आयोजन

  • 09-Oct-23 12:00 AM

रतलाम, आरएनएस, 9 अक्टूबर। आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. की 16 दिन की सुरिमंत्र की साधना 11 अक्टूबर को पूरी होगी। सूरिमंत्र की अखंड साधना पूर्ण होने के अवसर पर बुधवार को प्रात: 8.30 बजे महामांगलिक का आयोजन होगा। श्री संघ ने इसमें अधिक से अधिक संख्या में धर्मालुजनों से उपस्थित रहने का आह्वान किया है।आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य मुनिराज ज्ञानबोधि विजयजी म.सा. ने बताया कि सेठजी का बाजार स्थित आगमोद्धारक भवन पर सुरिमंत्र साधना मंदिरम् का दर्शन लाभ 11 अक्टूबर को मिल सकेगा। इसका समय सुबह 11 से शाम 6 बजे तक रहेगा। उक्त स्थान पर बैठकर गुरूदेव ने 16 दिन तक तप-जप-मौन के साथ साधना की।सैलाना वालों की हवेली मोहन टॉकीज में चल रहे प्रवचन के दौरान सोमवार को आचार्य श्री के शिष्य मुनिराज जिनागम विजयजी म.सा. ने तीन प्रकार के आग्रह को त्यागने के संबंध में जानकारी दी। उन्होने कहा कि हमारे जीवन में शिथिलता नहीं आनी चाहिए। उसके कारण कर्म का फल नहीं मिल पाता है।मुनिराज ने कहा कि प्रभु के वचन में राग चाहिए। इससे शिथिलता दूर होगी। भगवान की कही बात 100 प्रतिशत सच है, उसमें कोई शंका नहीं होना चाहिए। साथ ही गलत का आग्रह जीवन में कभी नहीं होना चाहिए। श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ गुजराती उपाश्रय, श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढ़ी द्वारा आयोजित प्रवचन में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रहे।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment