(लखनऊ)मंत्री राकेश सचान ने गांधी जयंती पर खादी को अपनाने का किया आह्वान
- 01-Oct-24 12:00 AM
- 0
- 0
कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योगी सरकार प्रतिबद्ध: राकेश सचानउत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो ने प्रदेश के कारीगरों और उद्यमियों को वैश्विक पहचान दिलाईओडीओपी जैसी योजनाओं के माध्यम से कारीगरों को रोजगार और बाजार दोनों में अवसर मिल रहे हैंलखनऊ 1 अक्टूबर (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान ने मंगलवार को खादी ग्रामोद्योग भवन, डालीबाग, लखनऊ में आयोजित कारीगर मेलाÓ में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। यह मेला फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) लखनऊ चैप्टर द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर प्रदेश के हस्तशिल्प और शिल्पकारों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।मंत्री राकेश सचान ने इस अवसर पर योगी सरकार की ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) योजना की सफलता को रेखांकित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो ने प्रदेश के कारीगरों और उद्यमियों को वैश्विक पहचान दिलाई है। ओडीओपी जैसी योजनाओं के माध्यम से कारीगरों को रोजगार और बाजार दोनों में प्रगति के अवसर मिल रहे हैं। मंत्री ने कहा कि योगी सरकार कारीगरों और हस्तशिल्पियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हम स्थानीय शिल्प और कारीगरी को प्रोत्साहन देकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सशक्त कर रहे हैं। उन्होंने महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर जनता से खादी को अपने दैनिक जीवन में अपनाने की अपील करते हुए कहा कि खादी न केवल स्वदेशीता का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे स्वतंत्रता संग्राम की धरोहर भी है। खादी उत्पादों को अपनाने से हम कारीगरों की आजीविका को समर्थन देंगे और गांधी जी के स्वावलंबन के स्वप्न को साकार करेंगे। कारीगर मेले में पूरे प्रदेश से आए शिल्पकारों ने अपने हस्तशिल्प उत्पाद जैसे हथकरघा वस्त्र, मिट्टी के बर्तन, जूट उत्पाद, धातु कला, सिरेमिक कला, चिकनकारी और खादी वस्त्रों का प्रदर्शन किया। मंत्री ने शिल्पकारों की कला की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ऐसे आयोजनों के माध्यम से कारीगरों को प्रोत्साहित कर रही है, जिससे न केवल उनकी कला को पहचान मिलती है, बल्कि उन्हें व्यापक बाजार तक पहुंचने का अवसर भी मिलता है। इस आयोजन का उद्देश्य लखनऊ के हस्तशिल्प और हथकरघा प्रेमियों को जोडऩा और कारीगरों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करना था। मेले में कारीगरों को मुफ्त स्टॉल प्रदान किए गए थे, जिससे वे अपनी कला को प्रदर्शित कर सकें और आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। कारीगरों की पहचान और उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सभी भागीदारों का सत्यापन किया गया था। कार्यक्रम में स्थानीय व्यंजनों और लाइव संगीत की प्रस्तुति ने वातावरण को और भी जीवंत बना दिया। इस आयोजन के प्रमुख आयोजकों में एफएलओ लखनऊ की अध्यक्ष विभा अग्रवाल, राष्ट्रीय हथकरघा और हस्तशिल्प प्रमुख स्वाति वर्मा, सह-अध्यक्ष अदिति जग्गी और रिया पंजाबी शामिल थीं। इस मौके पर खादी और एमएसएमई सचिव प्रांजल यादव, संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी सिद्धार्थ यादव, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिरीक्षक (मध्य क्षेत्र) एन.के. सिंह, सिडबी के डीजीएम एस गणेश, एजीएम सनोज कुमार गुंजन जैसे प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
Related Articles
Comments
- No Comments...