(लखनऊ) उत्तर प्रदेश सरकार 75 जिलों में दिवाली से पूर्व स्वदेशी मेले आयोजित करेगी

  • 08-Oct-25 12:00 AM

लखनऊ 8 अक्टूबर (आरएनएस)। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी, हथकरघा एवं वस्त्र मंत्री राकेश सचान ने बुधवार को लोक भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में घोषणा की कि उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 की अभूतपूर्व सफलता को देखते हुए अब 09 से 18 अक्टूबर 2025 तक प्रदेश के सभी 75 जिलों में स्वदेशी मेलों का आयोजन किया जाएगा। यह पहल आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगी।मंत्री राकेश सचान ने बताया कि हाल ही में ग्रेटर नोएडा एक्सपो मार्ट में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के तृतीय संस्करण में प्रदेश की शक्ति, समृद्ध परंपरा और उत्पादन क्षमता को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया। इस आयोजन में 2200 से अधिक स्टॉलों में सरकारी विभागों, उद्यमियों, हस्तशिल्पियों, निर्यातकों और कारीगरों ने अपने उत्पादों और योजनाओं का प्रदर्शन किया। लगभग पांच लाख आगंतुकों ने मेले का भ्रमण किया और 11,200 करोड़ रुपये की व्यावसायिक पूछताछ प्राप्त हुई।उन्होंने कहा कि प्रदेशव्यापी स्वदेशी मेलों का उद्देश्य ट्रेड शो की सफलता को जन-जन तक पहुँचाना और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना है। इन मेलों में स्थानीय कारीगरों, उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों, हस्तशिल्पियों और ग्रामीण उद्योगों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। यह पहल दिवाली के पूर्व वोकल फॉर लोकल अभियान को जन आंदोलन का रूप देने में सहायक होगी।मंत्री ने बताया कि इन मेलों में उद्योग विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग, माटी कला बोर्ड, हथकरघा और वस्त्र उद्योग, रेशम विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन, सीएम युवा, ओडीओपी और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जुड़े विभाग एवं संस्थान अपने उत्पादों और योजनाओं का प्रदर्शन करेंगे। स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं अपने उत्पादों की बिक्री करेंगी। संस्कृति विभाग के सहयोग से उत्तर प्रदेश की लोक कला, पारंपरिक संगीत और नृत्य का प्रदर्शन होगा। युवक मंगल दल, नेहरू युवा केंद्र और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में स्वदेशी मेले का उद्घाटन संबंधित प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक और जिला प्रमुखों की उपस्थिति में होगा। जिला प्रशासन और एमएसएमई विभाग के सहयोग से इन आयोजनों को स्थानीय स्तर पर भव्य स्वरूप दिया जाएगा। छोटे उद्यमियों को निरूशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि वे अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचा सकें।मंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि इस दिवाली वे अपने घरों के दीपक, सजावट सामग्री, परिधान और उपहार स्वदेशी उत्पादों से ही खरीदें। उन्होंने कहा कि इस पहल से गांवों के कारीगर, मिट्टी कला कलाकार, बुनकर और युवा आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मेक इन इंडिया" और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वोकल फॉर लोकल अभियान के उद्देश्य को साकार करने में महत्वपूर्ण साबित होगा, जिससे न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी बल्कि आत्मनिर्भर भारत का सपना भी साकार होगा।




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