(लखनऊ) योगी सरकार दलित विरोधी और संवेदनहीन, लोकतंत्र की हत्या पर आमादा - अजय राय
- 11-Oct-25 12:00 AM
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लखनऊ, 11 अक्टूबर (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा जब विपक्ष में थी तब खुद धरना, प्रदर्शन और आंदोलन की राजनीति करती रही, लेकिन सत्ता में आने के बाद से उसने लोकतांत्रिक अधिकारों का चीरहरण कर दिया है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश की फासीवादी सरकार इस हद तक उतर चुकी है कि अब वह किसी पीडि़त परिवार से मिलने और उन्हें सांत्वना देने तक की अनुमति नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि यह सरकार न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ काम कर रही है बल्कि दलितों और वंचित वर्गों के प्रति भी गहरी असंवेदनशीलता दिखा रही है।अजय राय शनिवार को दूसरी बार फतेहपुर जा रहे थे, जहाँ वे मृतक हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात कर उन्हें कांग्रेस की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान करने वाले थे। लेकिन रास्ते में पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई। हालात बिगडऩे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अपनी गाड़ी से उतरकर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।धरने के दौरान अजय राय के साथ पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, सीतापुर सांसद राकेश राठौर, पूर्व विधायक इन्दल रावत, लखनऊ जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रुद्र दमन सिंह बबलू, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डॉ. शहजाद आलम, और वरिष्ठ नेता राजेश जायसवाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। थोड़ी देर बाद पुलिस ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर बस के माध्यम से पुलिस लाइन भेज दिया।अजय राय ने इस दौरान कहा कि यह सरकार संवेदनहीन और दलित विरोधी है। उन्होंने पूछा कि आखिर योगी सरकार किसी पीडि़त की सहायता करने वालों को क्यों रोक रही है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तो केवल मृतक हरिओम वाल्मीकि के परिवार को आर्थिक मदद और सांत्वना देने जा रही थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार का यह रवैया उसकी दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि रायबरेली में हुई हरिओम वाल्मीकि की हत्या भाजपा समर्थक गुंडों ने इसलिए की क्योंकि उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिया था। उन्होंने कहा कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश में दलित सुरक्षित नहीं हैं और एनसीआरबी के आंकड़े भी यही दिखाते हैं कि प्रदेश में दलितों और महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि घटना के पहले दिन से ही कांग्रेस पार्टी पीडि़त परिवार के साथ खड़ी है। 6 अक्टूबर को अजय राय स्वयं फतेहपुर पहुंचकर हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिले थे, जबकि 7 अक्टूबर को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन डॉ. राजेंद्र पाल गौतम, प्रदेश अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन तनुज पुनिया और तेलंगाना सरकार के मंत्री डॉ. विवेक वेंकट स्वामी ने भी मृतक के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना व्यक्त की थी। उसी शाम पूरे प्रदेश में हरिओम वाल्मीकि की आत्मा की शांति और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला गया था।अजय राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी न्याय और सत्य के मार्ग पर डटी है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार का सत्ता का अहंकार अब इस स्तर तक पहुंच चुका है कि वह संवेदना व्यक्त करने वालों तक को गिरफ्तार कर रही है। यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आगे भी हरिओम वाल्मीकि के परिवार के साथ खड़ी रहेगी और तब तक संघर्ष करेगी जब तक पीडि़त परिवार को न्याय नहीं मिल जाता।इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ वरिष्ठ नेता वीरेंद्र मदान, संजय दीक्षित, ममता चौधरी, पुष्पेंद्र श्रीवास्तव, आसिफ रिजवी रिंकू, पुष्पेंद्र सिंह, मुनीष तिवारी, डॉ. अमित कुमार राय, डॉ. आजाद बेग, प्रो. श्रवण कुमार गुप्ता, सीमा चौधरी, अमानुर रहमान, डॉ. रिचा शर्मा, मेहताब जायसी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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