(सुलतानपुर)अंतरात्मा से परिचय कराती है श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा-देवी चित्रलेखा
- 20-Oct-24 12:00 AM
- 0
- 0
सुलतानपुर 20 अक्टूबर (आरएनएस)। श्रीमद् भागवत कथा महापुराण खुद से खुद का परिचय करने की कथा है बाहर का परिचय तो सभी जानते हैं पर अंतरातमा का परिचय 7 दिन की भागवत कथा में हो जाता है। परमात्मा से जीवात्मा के संबंधों की चर्चा ही श्रीमद् भागवत महापुराण का सार है इसके श्रवण मात्र से मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है उपरोक्त वचन कुड़वार क्षेत्र के पूरे लेदई ग्राम सभा में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिवस की कथा में अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास देवी चित्रलेखा ने कही। भाजपा नेता पंडित रामचंद्र मिश्रा के आवास पूरे लड़ाई में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के प्रथम दिन अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास देवी चित्रलेखा ने व्यास पीठ पर पहुंचकर व्यास पीठ को प्रणाम करते हुए श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया। यहां रामचंद्र मिश्रा, राम धीरज मिश्रा, राम अवध मिश्रा, राम मूरत मिश्रा राम अचल मिश्रा, चिरंजीव मिश्रा, मनोज तिवारी, प्रदीप शुक्ला आदि ने परिवार समेत देवी चित्रलेखा का भव्य स्वागत किया। यहां देवी चित्रलेखा ने कहा जिस प्रकार कमल के फूल के सुगंध को बहुत दूर से भँवरा पहचान कर उसके पास आ जाता है वही मेंढक पास रहकर भी कमल की खुशबू से वंचित रहता है। इस प्रकार जिस भक्त के अंदर भाव होगा वही सच्चिदानंद के करीब जाएगा और भागवत कथा व ईश्वर का स्नेह उसे ही प्राप्त होगा। भक्ति सब के भीतर विद्यमान है पर उसका उपयोग न करने से वह पीछे हो जाती है जीवन मे एक बार मुरली वाले को रिझा लिया उसे मना लिया तो जीवन सफल रहा। संत जनों का सत्संग भक्ति और भजन का मार्ग सभी को दया निधान के करीब ले जाएगा यही रास्ता सुखदेव जी ने सुनकादि ऋषियों को बताया है। देवी चित्रलेखा की प्रथम दिवस की कथा सुनने के लिए क्षेत्र वासियों की भारी भीड़ उमड़ी शुभम मिश्रा सुजीत मिश्र गोकुल प्रसाद पांडे,महावीर प्रसाद अमित सिंह सुरेश यादव आदि आगंतुकों की व्यवस्थाओं में लगे रहे। पंडित रामचंद्र मिश्र ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया देर शाम कथा व्यास की आरती में सैकड़ो की संख्या में क्षेत्रवासी शामिल हुए।
Related Articles
Comments
- No Comments...