एस.एन. मिश्रा का क्यों नहीं छुटता परिवहन विभाग से मोह?

  • 25-Dec-24 12:00 AM

अनिल पुरोहितइस समय मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग की प्रतिमाह होने वाली अवैध कमाई को लेकर बडी चर्चा चल रही है परिवहन विभाग की प्रदेश में स्थापित 48 परिवहन से चौकियों से गुजरने वाले वाहन चालकों से प्रतिमाह होने वाली अवैध वसूली की काली कमाई से कुबेरों की काली कमाई को लेकर चर्चाएं खूब चर्चित है इनको लेकर रोज रोज नए नए खुलासे हो रहे हैं,लेकिन इस बात को लेकर कन्ही पर कोई चर्चा नहीं है कि यह वही एस.एन. मिश्रा है जो नगर निगम में रहते हुए एक ठेकेदार से डेट करोड़ की राशि लेते धराए थे उस समय वह मामला अपने साथी पर डालकर अपने को बचा लिया था अवैध कमाई के लिए हमेशा सुर्खियों रहने वाले श्री मिश्रा इस परिवहन विभाग में वर्षों से कभी यहां वहां भटक कर जमे हुए हैं। प्रदेश के भजकलदारम की संस्कृति के लिए चर्चाओं में रहने वाले आईएएस अपने एक साथी आईएएस अधिकारी के साथ वर्षों पूर्व काफी चर्चाओं रहे थे और जो आईएएस इनके साथ चर्चा में रहे थे उनको उच्च न्यायालय की शरण में जाने के बाद राहत मिली थी वही एस.एन. मिश्रा आज भी वर्षों से परिवहन विभाग में किसके संरक्षण में जमे हुए हैं। जिनको लेकर विभाग में तरह तरह की चर्चाएं चटखारे लेकर चल रही हैं! वैसे देश के आईएएस को लेकर हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन आईएएस के बारे भारत के सबसे बडे सदन में दो बार भाषण दे चुके है यही नही प्रधानमंत्री श्री मोदी ने तो लोकसभा में दिए अपने भाषणों में देश के इन आईएएसों को बाबुओं की फौज तक कहते हुए लोकसभा में कहा था " कि हमने यह आईएएस( बाबुओं) की फौज को पाल रखा हैं यह बाबुओं की फौज कुछ भी कर लेती यह फौज हेलीकाप्टर चला लेती है,यह हवाई जहाज भी चला लेते हैं,अपने लोकसभा में दिए भाषण में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा था कि यह आईएएस( बाबुओं) फौज हमारे देश के फटलाईजर के कारखाने चला लेते हैं,यह (बाबुओं)की हमारी फौज हर काम कर लेती है, हमारे मध्यप्रदेश में यह आईएएस (बाबुओं) की फौज क्या क्या कारनामे कर रही है इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को होगी यह बजह है कि हमारे मध्यप्रदेश में जहाँ प्रदेश के कुबेरों की काली कमाई को इस समय खूब चर्चाएं मंत्रालय से लेकर गली कुचों से लेकर प्रदेश ही नहीं,देशभर में सुर्खियों में हो एसी स्थिति में विभाग के उन कुबेरों की चर्चा तो खूब हो रही है जो इस अवैध कमाई बाले विभाग में चंद्र बर्षो से रह कर अपनी काली कमाई के झंडे गाडकर,मध्यप्रदेश में अवैध कमाई के मामले में इतिहास रचा,हालांकि इस तरह की अवैध के लिए मध्यप्रदेश ने पहली बार मुख्यमंत्री मोहन यादव के शासन काल में इतिहास नहीं बनाया इस तरह की काली कमाई के खुलासे के मामले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के शासन काल में अवैध वसूली की काली कमाई का खुलासा उस समय भी हुआ था जब दतिया जिले की जिलाध्यक्ष एवं उसी जिले की प्रभारी सचिव की गाडी के पहिले शिवपुरी जिले के सिकंदरा परिवहन चौकी पर जाकर अचानक थम गये थे उन दोनों आईएएस की गाडियों के पहिये आचनक थमने के बाद सिकंदरा परिवहन चौकी पर जिस तरह की अफरा तफरी का माहौल उस समय लोगों ने देखा वह आज भी उस माहौल को याद करते हैं वहां उपस्थित लोगों ने देखा कि उस समय उन तत्कालीन आईएएसों की गाड़ी के पहिये आचनक थमने के बाद सिकंदरा परिवहन चौकी पर रखे गमलों एवं अखबार की रद्दिओं ने किस तरह से नोट उगलना शुरू हुआ था,उसके बाद यह दुसरा अवसर है जो भाजपा की डंबल इंजन की उस सरकार में जिसकी पार्टी के प्रधानमंत्री श्री मोदी जब से इस देश की सत्ता की कमान संभाली तब से लेकर आज शायद ऐसा कोई अवसर जब उन्होंने इस देश की जनता को भ्रष्टाचार के खिलाफ भाषण नहीं दिया हो,मगर देश मे भ्रष्टाचार क्या हालत है कह नही सकते मगर इस हमारे मध्यप्रदेश का तो यह इतिहास रहा है कि भाजपा की सत्ता की कमान समांतर ही इस प्रदेश के मुख्यमंत्री की धर्म पत्नी ने अपनी पहचान तुम कर डंपर खरीदने का इतिहास वनाया था,इसके बाद जब देश में नोटबंदी का मामला हुआ था,उसके बाद श्री मोदी सरकार ने पुराने नोट बंद करने के बाद देश में नए नोट चला ए थे तो उसके बाद जो रिश्वतखोरी का शायद देश में पहला मामला सामने आया था वह मध्यप्रदेश से ही था,आज जब हमारे मध्यप्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार अपने एक वर्ष से कुछ दिन पूरे कर नये वर्ष से अपनी लोकप्रिय एवं जनप्रिय सरकार के दुसरे में प्रवेश करने जारही हे उस सरकार के कार्यकाल का लोकायुक्त एवं जांच एजेन्सियां की छापेमारी का इतिहास उठाकर देखलो तो शायद ऐसा कोई दिन निकला हो जिसमें प्रदेश भर में कोई पटवारी,आरई या तहसीलदार व अन्य अधिकारी को रिश्वतखोरी में नहीं दबोचा हो इन पकडे गए एक वर्ष में श्री मोहन यादव की सरकार में भ्रस्टाचार का इतिहास लिखने बालो ने एक वर्ष में रिश्वतखोरी से करीब एक करोड़ से अधिक रिश्वतखोरी करने का इतिहास रचा जो सरकारी अधिकारियों ने नहीं बल्कि जिस महाकाल के नगर से हमारे मुख्यमंत्री जी आते हैं उस महाकाल की नगरी में भी भ्रष्टाचार के नए नए इतिहास रचने में कोई कसर नही छोडी है,यही भ्रष्टाचार के इतिहास बनाने में परिवहन विभाग में वर्षों से एस.एन. मिश्रा अपनी भजकलदारम वाली नीति के बाद भी पाक साफ बने हुए वर्षों से धूनी रमाए बैठे हुए हैं जिसको लेकर तरह तरह चर्चाएं परिवहन विभाग से लेकर परिवहन विभाग से जुड़े लोगों में चटखारे लेकर चल रही हैं? इन परिस्थितियों के बावजूद हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी के शासन में भाजपा और उसकी सरकार में उठा पटक चल रही है उसे देखने समझने वाले राजनीति के जानकार यह मानकर चल रहे हैं भाजपाई ही आपस में झगड़ा कांग्रेस को ही मुद्दे दे रहे हैं?




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment