भव्य रामराज्य में भव्य अंबानी शादी!

  • 07-Mar-24 12:00 AM

श्रुति व्यासपिछले हफ्ते भारत का मीडिया जामनगर में था। वहां से सभी को एक भव्य और राजसी लेकिन निहायत देसी प्री-वेडिंगÓ समारोह दिखलाई दिए। यह समारोह शानदार था तो आंखों को हैरान करने वाला भी।इसलिए क्योंकि भारत बनते इंडिया की भारतीयता की नई झलक दिखी। सोशल मीडिया पर हालिया दौर के इस सबसे बड़े प्री-वेडिंग समारोह के फोटो और वीडियो का सैलाब है। अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की होने वाली शादी के इस जश्न में सार्वजनिक रूप से क्या हो रहा है, वह तो दिलचस्पी का विषय था ही, अन्दर की खबरें भी ख़ासा आकर्षक थीं। सब इसमें डूबे रहे। और यदि सोशल मीडिया के आधार पर देश के मूड का अंदाजा लगाया जाए तो जनता को इसके बारे में छोटी से छोटी बात जानने में भी मजा आया। और ऐसा क्यों न हो? राधिका मर्चेंट के रूप में देश को एक नई स्टायिलिश, आकर्षक और साथ में संस्कारी बहू मिल गई है।वहीं अनंत जमीन से जुड़ा हुआ आदर्श बेटा है। जिंदगी के सिर्फ फूलों की सेज न होने बल्कि कांटों भरी (उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण) बताने वाला उनका वीडियो, माता-पिता के प्रति स्नेह का उनका इज़हार एवं उनका शुक्रगुजार होने वाली बातों ने लोगों के दिलों को छूआ।कह सकते है यह आधुनिकता और परंपराओं का बेहतरीन मिक्स था। इससे बेहतर कुछ हो सकता है क्या?यदि हम अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के कवरेज की बात करें तो मुझे अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरने वाला जो पिछला विवाह याद आता है वह 2004 में हुआ था।वह विवाह था उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल की बेटी वनीशा मित्तल का। इसे तब तक की सबसे खर्चीली शादी बताया गया था जिसमें 240 करोड़ रूपये खर्च हुए थे। शादी पेरिस के वर्साय में 17वीं शताब्दी में निर्मित एक ऐतिहासिक महल में हुई थी जिसे लुई 14वें के वित्तमंत्री के लिए बनवाया गया था।उस शादी के हर कार्यक्रम में चप्पे-चप्पे पर राजसी ठाठ नजर आता था। काइली मिनोग का म्यूजिक शो हुआ और बालीवुड तथा कारोबार की दुनिया की सभी बड़ी हस्तियां शादी में शामिल हुईं।लेकिन अंबानी के छोटे बेटे की प्री-वेडिंग इससे बढ़-चढ़कर थी। निश्चित ही इसमें वनीशा की शादी में खर्च हुए 240 करोड़ रूपये से बहुत अधिक रकम खर्च हुई होगी। यह उस शादी की तुलना में बहुत बड़ी इसलिए थी क्योंकि यह सिर्फ एक उत्सव नहीं थी बल्कि यह एक मेला था। और जो बात इसे अलग बनाती है वह है इसका माहौल जो हमें एक नए दौर के आने का संदेश देता है।सारी तड़क-भड़क और शान-शौकत के बीच सारे कार्यक्रम संस्कृति और संस्कार में रचे-बसे थे, धर्म और सभ्यता दर्शा रहे थे। यह भारतीयता के ठप्पे वाली धूमधाम और तमाशा था और 2024 के भारत की भारतीयता से सारी दुनिया को परिचित कराने वाला आयोजन था।इसकी शुरूआत 2022 में हुई जब अनंत और राधिका की सगाई राजस्थान के नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर में हुई। सगाई के पहले अंबानी परिवार ने राधिका की अरंगेत्रम रस्म के कार्यक्रम की मेजबानी की। एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम नृत्यांगना बतौर यह राधिका की नृत्य की शिक्षा पूर्ण होने का कार्यक्रम था।इस मौके पर कलाकार पहली बार मंच पर प्रस्तुति देता है। इसके बाद जामनगर में प्री-वेडिंग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। जामनगर के बारे में बहुत लोग नहीं जानते थे। लेकिन आज यह शहर अंबानी की वजह से दुनिया के नक्शे पर आ चुका है। ये सारी छोटी-छोटी बातें मिलकर एक बड़ी तस्वीर बनाती हैं। जामनगर, एक तरह से अयोध्या की सीरीज का आयोजन था।वस्तुत: जामनगर पर अंबानी परिवार का लगभग कब्ज़ा है। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज यहां दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरियों में से एक चलाती है। और वह शहर के बाहरी इलाके में दुनिया का सबसे बड़ा चिडिय़ाघर बना रही है। इस परियोजना का नेतृत्व अनंत अंबानी कर रहे हैं। इसे वनताराÓ नाम दिया गया है। और यह जामनगर रिफाइनरी काम्पलेक्स में 3,000 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें हाथियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं और शेर, चीता, तेंदुआ और मगरमच्छ सहित विभिन्न पशुओं के लिए अति आधुनिक ठिकाने होंगे।वनतारा का उद्घाटन 26 फरवरी को हुआ और इसी दिन अनंत अंबानी को जनता के सामने प्रस्तुत किया गया। इंडिया टुडे के एंकर को दिए गए एक साक्षात्कार के माध्यम से दुनिया को अनंत अंबानी और उनके वनतारा को दिखाया गया। इस कार्यक्रम द्वारा उनकी महत्वाकांक्षाओं, उनके अरमानों और इस परियोजना के प्रति उनके लगाव और लड़कपन से दूर उनके शांत स्वभाव और विनम्रता से दुनिया को परिचित कराया गया।अंबानी परिवार के संरक्षण में जामनगर में निश्चित ही जबरदस्त बदलाव है। इस कार्यक्रम में दुनिया की बड़ी-बड़ी हस्तियों को जमा कर उन्हें यह संदेश दिया गया है कि अंबानी परिवार और भारत अब कितने शक्तिशाली और समृद्ध हो गए हैं। चकाचौंध वाले जश्न भरे तीन दिनों के आयोजन में बहुत से अनुष्ठान और रस्में पूरी की गईं, नाच-गाने और खाने-पीने के पहले पूजा और आरती, तथा देवताओं के स्तुतिगान हुए।नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (एनएमएसीसी) द्वारा इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया गया जिसका शीर्षक था परंपराओं को निभाते हुए और देवी मां का आव्हान करते हुए श्रीमती नीता अंबानी द्वारा विश्वंभरी स्तुति की प्रस्तुति दी गई जो शक्ति और बल की जीवंत प्रतीक मां अंबा को समर्पित एक प्रार्थना है। वे बचपन से ही नवरात्रि के दौरान इस प्रार्थना को सुनती आ रही हैं"। विशाल मंदिरों की कई तस्वीरें दिखाई गईं और मंत्र और भजन सुनाए गए।इस तरह अंबानी परिवार की मेजबानी में हुआ यह आयोजन देश के मूड के प्रदर्शन का अवसर बना। आखिरकार 22 जनवरी के बाद भारत में रामराज्य आ गया है। हर व्यक्ति सभ्यता और धर्म में रच-बस गया है। परंपराओं को महत्व दिया जाने लगा है। हिंदू अब पहले से अधिक हिंदू बन गए हैं।ऐसे बहुत से लोग हो सकते हैं जो इन परंपराओं से सहमत न हों या उनसे स्वयं को न जोड़ पा रहे हों जिन्हें अंबानी परिवार द्वारा इतने आडम्बर और भव्यता के साथ प्रदर्शित किया गया, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि ज्यादातर लोगों को यह पसंद आया होगा।यही कारण है कि जामनगर से आ रही तस्वीरें और वीडियो सभी को अच्छे लगे। शक्ति और धन के इस भव्य प्रदर्शन को लेकर लेकर शायद एक भी व्यंग्य, ईर्ष्या या निंदा का स्वर सामने नहीं आया। बल्कि ट्रोल्स ने ऐसे मीम बनाए जिनका सार यह था कि केवल अंबानी ही तीनों खानों को कोई फीस दिए बिना एक साथ नचवा सकते हैं।संभवत: इसी वजह से मुकेश और नीता अंबानी को आधुनिक समय का डान बताते हुए एक वीडियो सामने आया। यह ठीक ही है। मुकेश और नीता ने गर्व से पश्चिम के बड़े उद्योगपतियों को यह सिखाया कि शान और ऐश्वर्य भरी जिंदगी कैसी होती है।भारत बदल गया है। सन् 2024 में वह पहले जैसा देश नहीं है। वह दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसमें ऐसे कारोबारी रहते हैं जिनका टर्नओवर कई पड़ोसी देशों के जीडीपी से ज्यादा है। इसलिए यदि अंबानी अपनी ताकत और समृद्धि का प्रदर्शन करते हैं, अपनी संपदा दिखाते हैं, तो यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।जहां तक विवाह उद्योग का सवाल है, अनंत और राधिका के विवाह ने रामराज्य में शादी का एक नया पैमाना निर्धारित कर दिया है।सो, परंपराओं केऐसे भड़कीले प्रदर्शन देखने के लिए और तैयार हो जाईए।




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