सबकी नजरें सजा पर टिकी

  • 05-Jun-24 12:00 AM

ऐतिहासिक फैसले में न्यूयॉर्क की अदालत ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हश मनी मामले में दोषी करार दिया। पहली बार है, जब किसी पूर्व या मौजूदा राष्ट्रपति को दोषी करार दिया गया।वह भी 34 मामलों में। ट्रंप को 11 जुलाई को सजा सुनाई जाएगी। उन्हें जेल जाना पड़ सकता है। ट्रंप ने इस फैसले को अपमानजनक कहा और अध्यक्षता करने वाले जज को भ्रष्ट बताया। वे इसके खिलाफ अपील करेंगे। ट्रंप पर आरोप है कि 2016 में उन्होंने स्कैंडल से बचने के लिए पोर्न फिल्म स्टार को मुंह बंद रखने को कानूनी खर्च के तौर पर गुप्त रूप से मोटी रकम चुकाई थी जो उनके विवाहेतर संबंधों की कहानी अखबार को बेचने की बात कर रही थी।विशेषज्ञों के अनुसार जिन मामलों में पूर्व राष्ट्रपति दोषी ठहराए गए हैं, उनमें जेल की सजा की संभावनाएं बहुत कम हैं, बल्कि मोटा जुर्माना लगने की संभावना अधिक है। यह भी किउन्हें घर पर नजरबंद रखा जा सकता है। अमेरिकी संविधान के मुताबिक जेल होने पर भी ट्रंप की उम्मीदवारी को आंच नहीं आ सकती। उनकी पार्टी ने व्हाइट हाउस की दौड़ में शामिल ट्रंप पर अपना भरोसा भी जताया है जबकि अभी औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया जाना बाकी है।पार्टी के आधे से अधिक पदाधिकारियों का उन्हें पहले से समर्थन प्राप्त है। कहा जा रहा है, उनमें से कुछ के इस फैसले से प्रभावित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के दफ्तर द्वारा जब ट्रंप पर लगे आरोपों को घोर अपराध की श्रेणी में शामिल किया गया था तभी उनके विरोधियों को भरोसा हो गया था कि वे चुनाव से पहले मुसीबतों में घिर सकते हैं। उन्होंने इसे कानूनी मानने की बाजाय राजनीतिक एक्सरसाइज करार दिया।पहले से ही माना जा रहा है कि सारी कवायद चुनाव को लेकर ही चल रही है। व्यवसायी होने के बावजूद ट्रंप सधे हुए राजनीतिज्ञ साबित हुए हैं। विरोधियों को टक्कर देने के मामले में पूरा दम-खम लगाने से नहीं चूकते। उन्हें युवाओं और जोशीले लोगों का समर्थन रहा है जिनके बारे में आकलन है कि वे अपने नेता के प्रति समर्पित बने रहने में कोताही नहीं करेंगे। हालांकि सबकी नजरें अब सजा पर टिकी हैं, जो अमेरिकी इतिहास ही नहीं, दुनिया भर के राजनीतिज्ञों के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकती है।




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