(कोरबा) पार्थ मुखर्जी को गेवरा परियोजना का महाप्रबंधक बनाया गया

  • 06-Oct-25 12:00 AM

० कुसमुंडा में दिखाया था नेतृत्व क्षमता, अब गेवरा को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की जिम्मेदारीकोरबा 06 अक्टूबर (आरएनएस)। दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) मुख्यालय ने कार्यादेश क्रमांक 666, दिनांक 04 अक्टूबर 2025 को खनन विभाग की तबादला सूची जारी की है। इस सूची में ई-8 पद के 11, ई-7 पद के 4, ई-6 पद के 2, ई-5 पद के 1, ई-4 पद के 3 और ई-3 पद के 3 अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। विशेष रूप से, केवल गेवरा क्षेत्र से पाँच अधिकारियों को हटाया गया है।इन तबादलों के बीच सबसे प्रमुख नाम पार्थ मुखर्जी का है, जिन्हें उनकी उत्कृष्ट कार्यशैली, कर्तव्यनिष्ठा और खनन क्षेत्र में अनुभव के कारण गेवरा परियोजना का महाप्रबंधक नियुक्त किया गया है। श्री मुखर्जी अपने अब तक के कार्यकाल में कई परियोजनाओं में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल कर चुके हैं। उन्होंने रायगढ़ क्षेत्र की बड़ौद परियोजना को नई पहचान दिलाई थी और उत्पादन में रिकॉर्ड स्तर हासिल किया था। इसके बाद उन्हें दीपका क्षेत्र में पदस्थापित किया गया, जहाँ उन्होंने भू-राजस्व विभाग में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए सभी जिम्मेदारियाँ बखूबी निभाईं।हाल ही में दीपका क्षेत्र में पुन: पदस्थ होने के बाद उन्होंने दीपका विस्तार के तहत मलगांव गाँव का अधिग्रहण पूरा किया, 45 हेक्टेयर भूमि अर्जित कर समतलीकरण कार्य को अंजाम दिया और उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि दिलाई। मात्र छह माह के भीतर दीपका परियोजना को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की श्रेणी में लाने में उनकी भूमिका निर्णायक रही।यह उल्लेखनीय है कि श्री मुखर्जी मेगा परियोजनाओं में चैथी बार महाप्रबंधक के रूप में पदस्थ हुए हैं। वर्ष 2024 में जब कुसमुंडा परियोजना कठिन परिस्थिति से गुजर रही थी, तब उन्होंने नेतृत्व सँभालकर प्रतिदिन के उत्पादन को 7,000 टन से बढ़ाकर 1,50,000 टन तक पहुँचा दिया थाकृजो अपने आप में एक मील का पत्थर साबित हुआ।मुख्यालय ने उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए अब उन्हें देश की सबसे बड़ी कोयला परियोजनाओं में से एक गेवरा परियोजना की कमान सौंपी है। वर्ष 2025दृ26 में गेवरा के लिए निर्धारित 63 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने की बड़ी जिम्मेदारी अब पार्थ मुखर्जी के कंधों पर है।




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