
(रायपुर) वित्तीय समावेशन की ओर एक और कदम, ग्राम पंचायत रीवा में सफल वित्तीय शिविर, ग्रामीणों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव की मिली जानकारी
- 14-Sep-25 07:30 AM
- 0
- 0
० 745 खातों की क्रद्ग-्यङ्घष्ट प्रक्रिया पूर्ण, ग्रामीणों को बैंकिंग जागरूकता एवं सेवाओं से जोड़ा गया
रायपुर, 14 सितंबर (आरएनएस)। वित्तीय समावेशन योजनाओं के शत-प्रतिशत संतृप्ति हेतु चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के अंतर्गत विकासखंड आरंग के ग्राम रीवा में एक दिवसीय वित्तीय समावेशन शिविर का सफल आयोजन किया गया। शिविर का मुख्य उद्देश्य देय खातों का क्रद्ग-्यङ्घष्ट (पुन: केवाईसी) कराना तथा ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं का निरंतर लाभ सुनिश्चित करना था।
इस अवसर पर श्रीमती निशा नाम्बियार, प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक, वित्तीय समावेशन एवं विकास विभाग, केंद्रीय कार्यालय, भारतीय रिज़र्व बैंक, ने शिविर का निरीक्षण कर प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने स्थानीय निवासियों, व्यापारियों एवं बैंक अधिकारियों के साथ संवाद करते हुए क्रद्ग-्यङ्घष्ट की महत्ता पर जोर दिया और उपस्थित नागरिकों को समय पर अपने खातों का पुन: सत्यापन पूर्ण करने के लिए प्रेरित किया।
श्रीमती नाम्बियार ने शिविर आयोजन में शामिल बैंकों के प्रयासों की सराहना की और प्रतिभागियों को भारतीय रिज़र्व बैंक की एकीकृत लोकपाल योजना 2021,
दावा न की गई जमाराशियों की प्रक्रिया तथा डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
शिविर में रीवा ग्राम पंचायत एवं आसपास के क्षेत्रों के सैकड़ों ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आम नागरिकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान मौके पर ही विशेषज्ञों द्वारा किया गया। शिविर में बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सीआरजीबी, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक, यूको बैंक, जिला सहकारी बैंक आदि के प्रतिनिधि उपस्थित रहे और ग्रामीणों की क्रद्ग-्यङ्घष्ट प्रक्रिया में सहयोग प्रदान किया।
अग्रणी जिला प्रबंधक मो. हाफिज से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस शिविर में कुल 745 खातों की क्रद्ग-्यङ्घष्ट सफलतापूर्वक पूर्ण की गई।
०००
Related Articles
Comments
- No Comments...