महत्वपूर्ण (रायपुर) बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों का जीवन बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता -राजस्व सचिव

  • 23-Sep-25 08:20 AM

० बचाव एवं राहत कार्य के लिए आपदा प्रबंधन की कार्यशाला में कंगाले ने दिये आवश्यक टिप्स
० सुकमा कोंटा दंतेवाड़ा में बाढ़ से स्थिति दयनीय
रायपुर, 23 सितबंर (आरएनएस )। बीजापुर दंतेवाड़ा सहित दक्षिण बस्तर में भारी वर्षा से हुई भारी तबाही को देखते हुए अब आपदा प्रबंधन विभाग की प्रमुख रीना बाबा साहब कंगाले ने आज एक वर्कशॉप का आयोजन कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं सहायता कार्य के लिए अधिकारियों को महत्वपूर्ण टिप्स दिये है।
महानदी मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में इस समय भारी वर्षा हो रही है। विशेषकर दक्षिण बस्तर में बाढ़ से सुकमा दंतेवाड़ा बीजापुर जिले में वर्षा से भारी तबाही मची हुई है। शंखनी डंकनी तथा इंद्रावती में भी भारी बाढ़ आ गई है। पिछले दिनों मुख्य सचिव के निर्देश पर राजस्व सचिव रीना बाबा साहब कंगाले ने बस्तर का दौरा किया था। आज वर्कशाप में उन्होंने निर्देशित किया की यहां पर बड़ी संख्या में गोताखोर वोट तथा अन्य बाढ़ से बचाव कार्यों की तैयारी रखी जाए। देखा जाता है कि बरसात के पहले तैयारी की जाती है लेकिन अचानक बाढ़ आने पर सभी बेसहाय हो जाते है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं अन्य सेवाएं सुचारू रूप से किया जाना चाहिए ताकि लोगों को परेशान न हो। बच्चों को महिलाओं को जीवन रक्षक दवाईयों उपलब्ध कराना चाहिए। विशेष कर गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान देना चाहिए। इस समय अबूझमाड़ में स्वास्थ्य दल शिविर लगाकर लोगों का इलाज कर रहा है। नक्सलप्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर आपदा प्रबंधन के ठोस कार्य करना चाहिए। लोगों की जान बचाने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर करें।
स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने वाले आपदा प्रबंधन विभाग के शिविर में आज पूरे प्रदेश से स्थानीय एवं वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। समय समय पर इन अधिकारियों को मौसम विभाग से आवश्यक परामर्श लेने का निर्देश दिया गया। आवश्यकतानुसार सभी जगह विशेष इंतजाम किये गये।
आर शर्मा
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