
(बीजापुर, ) जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर, जिला बीजापुर (छ ग)
- 18-Sep-25 01:33 AM
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प्रेस विज्ञप्ति
लाल पानी का संकट: बीजापुर में हृरूष्ठष्ट के खिलाफ ग्रामीणों की पदयात्रा,
विक्रम मंडावी के नेतृत्व में 45 गांवों ने उठाई न्याय की आवाज
बीजापुर, 18 सितंबर (आरएनएस )। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (हृरूष्ठष्ट) की बैलाडीला खदानों से निकलने वाला 'लाल पानीÓ अब आदिवासी समुदायों की जिंदगी पर कहर बनकर टूट रहा है। इस पर्यावरणीय आपदा के खिलाफ ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए सड़कों पर उतरने का फैसला किया है। बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी के नेतृत्व में ग्राम हिरोली से शुरू हुई सैकड़ों ग्रामीणों की पदयात्रा शनिवार को जिला मुख्यालय बीजापुर पहुंचेगी। यहां एक विशाल आम सभा का आयोजन होगा, जिसमें लाल पानी की समस्या से निजात, पर्यावरण संरक्षण, जल शोधन संयंत्र, क्षतिपूर्ति और बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर महामहिम राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।लौह अयस्क खनन से उत्पन्न अपशिष्ट से रंगा यह लाल पानी बीजापुर जिले के नदियों, नालों और तालाबों को लगातार जहरीला बना रहा है। लगभग 45 गांवों के ग्रामीण इस 'लाल पानीÓ से जूझ रहे हैं, जो उनकी खेती, पशुओं और स्वास्थ्य को नष्ट कर रहा है। इस समस्या को लेकर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा, रूष्ठष्ट की खदानों से निकलने वाला यह जहरीला लाल पानी 45 गांवों की जिंदगी तबाह कर रहा है। लोग त्वचा रोग, पेट की बीमारियां और किडनी की समस्याओं से पीडि़त हैं। खेत बंजर हो रहे हैं, और पशु दूषित पानी पीकर मर रहे हैं। पीने का साफ पानी और इलाज की सुविधा तक प्रभावित क्षेत्र में नहीं है। यह सिर्फ पर्यावरणीय नहीं, बल्कि आदिवासी जीवन का संकट है।प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों का दर्द भी कम नहीं है। ग्रामीणों के मुताबिक जमीन और पानी लाल हो गए हैं। धान की फसल बर्बाद हो रही है, और मवेशियों की मौतें हो रही है, बच्चों की सेहत खतरे में है, लेकिन हृरूष्ठष्ट प्रबंधन इस समस्या को गंभीरता से नहीं लेता। ग्रामीणों का आरोप है कि हृरूष्ठष्ट ने अपशिष्ट प्रबंधन में लापरवाही बरती, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने सरकार और हृरूष्ठष्ट प्रबंधन से मांग की, प्रभावित क्षेत्र का तत्काल सर्वे कराया जाए। ग्रामीणों को फसलों, पशुओं और जमीन के नुकसान का मुआवजा दिया जाए। साथ ही, क्षेत्र में सर्वसुविधायुक्त अस्पताल, स्कूल और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि हृरूष्ठष्ट जैसे सार्वजनिक उपक्रम को लाभ के साथ-साथ सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी भी निभानी होगी।पदयात्रा में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, प्रदेश महामंत्री एवं जिला पंचायत सदस्य श्रीमति नीना रावतिया उद्दे, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम, पूर्व जिला पंचायत सदस्य बसंतराव ताटी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सोमारू राम नाग, जनपद अध्यक्ष सोनू पोटाम, जनपद उपाध्यक्ष दिनेश पुजारी, जिला पंचायत सदस्य लच्छूराम मौर्य, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया, जय कुमार नायर, आर वेणुगोपाल राव, महामंत्री सुखदेव नाग, मंगलराना, शैलेश मंडावी, पुरुषोत्तम खत्री, राजेश जैन, गंगालूर की सरपंच पायल हेमला, पुरुषोत्तम सल्लूर, रितेश दास, संतोष गुप्ता सहित बड़ी संख्या में एनएमडीसी की खदानों के लाल पानी से प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण, किसान, मज़दूर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल है।
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