कोंडागांव, 26 दिसंबर (आरएनएस)। पारंपरिक बस्तर शिल्प संग्रहालय में बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और आगे बढ़ाने के उद्देश्य से पारंपरिक बस्तर विधाओं पर आधारित पाँच दिवसीय कार्यशाला का जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई ने अवलोकन किया।
कार्यशाला में उन्होंने प्रतिभागियों के कलाकृतियों को देखा और कार्यशाला की सराहना की। उल्लेखनीय है कि शिल्प नगरी के रूप में प्रसिद्ध कोंडागांव में आयोजित कार्यशाला में बस्तर अंचल के कुछ पुराने एवं प्रसिद्ध लोक कलाकारों की सहभागिता रही। कलाकारों द्वारा पारंपरिक शिल्प, लोककला और सांस्कृतिक विधाओं का जीवंत प्रदर्शन किया गया, जिससे युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जुडऩे का अवसर मिला। इस प्रकार की कार्यशालाएँ नई पीढ़ी को पारंपरिक कला सीखने और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करेंगी।
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