रायपुर 5 दिसम्बर 2025(आरएनएस) ग्रीनऐशकॉन एवं ग्रीनबिल्डकॉन 2025 का भव्य उद्घाटन आज NIT रायपुर के सभागार में प्रतिष्ठित अतिथियों, प्रख्यात शिक्षाविदों, उद्योग जगत के दिग्गजों तथा देश भर से आए 150 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
ग्रीन ऐश फ़ाउंडेशन, जो पिछले आठ वर्षों से फ्लाय ऐश उपयोगिता पर जन-जागरूकता एवं तकनीकी कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है, ने एक बार फिर विशेषज्ञों और हितधारकों को टिकाऊ निर्माण एवं पर्यावरणीय समाधान पर चर्चा के लिए एक मंच पर एकत्रित किया। इस सम्मेलन में देशभर की विभिन्न संस्थाओं और उद्योगों से 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय वित्त, आवास एवं पर्यावरण मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन, श्री ओम प्रकाश चौधरी ने सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया।

अपने मुख्य संबोधन में माननीय मंत्री ने फ्लाय ऐश के बढ़ते महत्व पर जोर दिया और युवाओं से इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में सक्रियता से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने फ्लाय ऐश के लाभों पर प्रकाश डालते हुए M-सैंड को टिकाऊ निर्माण का प्रभावी विकल्प बताया। उन्होंने कहा कि ग्रीनऐशकॉन जैसे जागरूकता कार्यक्रम “आज के युवा वर्ग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण” हैं तथा युवाओं को हर हाल में पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध रहने की सलाह दी।
NIT रायपुर के निदेशक, डॉ. एन. वी. रमना राव ने अपने संबोधन में संस्थान द्वारा फ्लाय ऐश उपयोगिता पर लंबे समय से किए जा रहे अनुसंधान और नवाचार का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि NIT के कई विभाग इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण अध्ययन एवं परियोजनाएँ चला रहे हैं और यह सम्मेलन अकादमिक जगत, उद्योग और सरकार के आपसी सहयोग को और मजबूत करेगा।
NTPC के कार्यकारी निदेशक, श्री विजय कृष्ण पांडे ने फ्लाय ऐश उपयोगिता एवं M-सैंड उत्पादन में NTPC की अग्रणी उपलब्धियों पर प्रस्तुति दी तथा संगठन द्वारा कचरे को संसाधन में बदलने की दिशा में किए जा रहे सतत प्रयासों को साझा किया।
IIT भिलाई के निदेशक, प्रो. राजीव प्रकाश भी इस अवसर पर उपस्थित रहे और उन्होंने हरित निर्माण सामग्री, बहु-विषयी शोध अवसरों तथा पर्यावरणीय स्थिरता में उद्योग–अकादमिक सहभागिता की बढ़ती आवश्यकता पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।
NIT रायपुर के सिविल इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, माइनिंग इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर विभागों के वरिष्ठ प्राध्यापक तथा रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारी इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, जो संस्थान के दृढ़ समर्थन को दर्शाता है।
ग्रीन ऐश फ़ाउंडेशन के चेयरमैन, सुधीर पालीवाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि सरकारी सहयोग मिलने पर ऐसे सम्मेलन अत्यंत प्रभावशाली बन सकते हैं। उन्होंने भारत में टिकाऊ निर्माण सामग्री को बढ़ावा देने हेतु उपयुक्त नीतियों और योजनाओं की आवश्यकता पर बल दिया।
NIT रायपुर के पूर्ण सहयोग से उद्घाटन सत्र अत्यंत सफल रहा।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन ग्रीनऐशकॉन 2025 के संयोजक अनिल गोठी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन माही चौधरी ने किया और इसका आयोजन ग्रीन ऐश फ़ाउंडेशन एवं NIT रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। सम्मेलन के समन्वयक सुश्री माही जैन, श्री अमित गुप्ता, डॉ. लक्ष्मीकांत यदु तथा डॉ. चंद्रकांत ठाकुर रहे।
सम्मेलन आगामी दो दिनों तक जारी रहेगा, जिसमें तकनीकी सत्र, विशेषज्ञ व्याख्यान तथा टिकाऊ निर्माण सामग्री, फ्लाय ऐश उपयोगिता एवं पर्यावरणीय समाधानों पर विस्तृत चर्चाएँ आयोजित होंगी।

