बिलासपुर 26 दिसंबर 2025(आरएनएस) न्यायधानी के जोनल स्टेशन के कायाकल्प और एयरपोर्ट की जैसी सुविधायुक्त स्टेशन बनाने के कार्य ने फिर गति पकड़ लिया है। रेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने के लिए “अमृत भारत स्टेशन” योजना के अंतर्गत जोनल स्टेशन के कायाकल्प की तैयारी चल रही है। अगस्त 2023 में प्रधान मंत्री के द्वारा देश के 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों के साथ बिलासपुर स्टेशन के पुनर्विकास के कार्य का भी शिलान्यास किया गया था. लगभग 28 एकड़ में विस्तृत बिलासपुर स्टेशन को आने वाले 50 सालों के यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा।
आधुनिक स्टेशन में यात्रियों को मिलेगी विश्वस्तरीय सुविधाए
स्टेशन को विकसित करने का लक्ष्य रेल यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं और बेहतर यात्रा का अनुभव प्रदान करना है।रेलवे स्टेशन के आसपास अच्छी व्यवस्थाएं होने से आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में बिलासपुर स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 65,800 यात्रियों का आवागमन हो रहा है, जबकि आने वाले 40 से 50 वर्षों में यात्रियों की संख्या प्रतिदिन लगभग 1 लाख 80 हजार हो जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए स्टेशन को विकसित किया जा रहा है।स्टेशन में प्रवेश एवं निकास के मार्ग अलग-अलग किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को भीड़भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा। स्टेशन के रिडेवलपमेंट के लिए लगभग चार सौ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
जोनल स्टेशन में कुछ ऐसी होगी व्यवस्था
कॉन्कोर्स में एकसाथ लगभग 780 यात्रियों के बैठने के लिए 880 वर्ग मीटर वेटिंग एरिया – 1300 से अधिक वाहनों के लिए लगभग 31 हजार वर्ग मीटर की पार्किंग – 3 नए फुट ओवर ब्रिज- 1700 वर्ग मीटर का कमर्शियल एरिया होगा, जिसमें व्यवसायिक प्रतिस्ठान एवं दुकाने होगी- बुजुर्गों और दिव्याङ्ग यात्रियों की विशेष सुविधा के लिए 31 लिफ्ट एवं 21 एस्केलेटर बनाए जाएंगे- स्टेशन की छतों पर 20500 वर्ग मीटर में 1200 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र – स्टेशन भवन के 16 पिट्स में 97 हजार लीटर क्षमता के रेन वाटर हार्वेस्टिंग- खान-पान, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट, वॉशरूम, कवर शेत स्टैंडर्ड साइनेज – प्राकृतिक रौशनी और वेंटिलशन का प्रावधान – सिटी सेंटर के रूप में स्टेशन को विकसित किया जाएगा ।
आधुनिक स्टेशन में रहेगीं सुविधाएं
बिलासपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 392 करोड़ रुपये की लागत से एयरपोर्ट की तर्ज पर हो रहा है, जिसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे बड़े वेटिंग हॉल, 30+ लिफ्ट/एस्केलेटर, सौर ऊर्जा संयंत्र, और बेहतर पार्किंग जैसी सुविधाएँ शामिल हैं, ताकि यात्रियों को विश्व स्तरीय अनुभव मिल सके, हालाँकि काम की गति पर कुछ चिंताएँ भी हैं। बिलासपुर स्टेशन का पुनर्विकास, जिसे एक आधुनिक परिवहन केंद्र में बदला जा रहा है।जिस पर लागत लगभग 392-435 करोड़ रुपये की होगी।
# एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएँ और
बेहतर यात्री सुविधाएँ।
# एक साथ 800 यात्रियों के बैठने की
क्षमता वाला बड़ा वेटिंग एरिया।
# 30 लिफ्ट और 22 एस्केलेटर।
# 1150+ वाहनों के लिए पार्किंग।
# स्वच्छता और हरित क्षेत्र पर जोर।
# सौर ऊर्जा संयंत्र (1200 किलोवाट)।
# बेहतर भीड़ प्रबंधन के लिए अलग प्रवेश/
निकास मार्ग।
कुछ बाधाओं के बाद पुनर्निर्माण में फिर तेजी
वर्तमान में स्टेशन विकास के पुनर्निर्माण कार्यों की गति धीमी गति में अब पुनः फिर गति आ जाने से कार्य तेजी से चल रहा है। अभी नए प्रमुख भवन बनाए जाने के लिए 18 फीट गड्ढा खोदा जा रहा है इसके लिए कई जेसीबी और बुलडोजर लगे हुए हैं। पुनर्निर्माण के काम में कुछ देरी हुई है, और वर्तमान में कुछ असुविधाएं भी हैं, जैसे पार्किंग और एंट्री पॉइंट की समस्या।संक्षेप में, बिलासपुर स्टेशन का कायाकल्प होने वाला है, ताकि यह छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख और आधुनिक परिवहन केंद्र बन सके।

