जितेंद्र सिंह
कोरिया, 26 दिसम्बर (आरएनएस)। जल संसाधन विभाग, बैकुण्ठपुर के कार्यालय परिसर में नालंदा परिसर निर्माण की दिशा में आवश्यक तैयारियाँ प्रारंभ कर दी गई हैं। विभागीय परिसर में स्थित कुछ पुराने स्टोर भवन अत्यंत जर्जर, जीर्ण-शीर्ण एवं खंडहर की स्थिति में थे, जिन्हें सुरक्षा एवं विकास कार्यों को ध्यान में रखते हुए खाली कराया गया है। उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग परिसर में उपलब्ध खाली भूमि को जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में ही नालंदा परिसर निर्माण हेतु चयनित किया गया था। इस महत्वपूर्ण जनहितकारी परियोजना के अंतर्गत निर्माण सीमा में आने वाले जर्जर स्टोर भवनों को हटाना आवश्यक था। जर्जर भवनों में रखी विभागीय सामग्री को परिसर में ही स्थित अन्य सुरक्षित खाली भवनों में स्थानांतरित कर सुरक्षित रखवाया गया है। वहीं, खंडहर अवस्था में संचालित हो रहे अनुविभागीय अधिकारी (वि./यां.) लाईट मशीनरी, नलकूप एवं गेट उप संभाग, बैकुण्ठपुर के कार्यालय को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत उसी परिसर में स्थित एक अन्य खाली भवन में अस्थायी रूप से संचालित किया जा रहा है। जल संसाधन संभाग, बैकुण्ठपुर के कार्यपालन अभियंता ने जानकारी दी है कि वि0/ यां0 कार्यालय का विभागीय काम काज प्रभावति नहीं होगा और न ही वि0/यां0 कार्यालय को सूरजपुर शिफ्ट करने का नौबत होगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस अस्थायी व्यवस्था से कार्यालय के कार्यों पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ेगा और न ही कार्यालय को किसी अन्य स्थान अथवा जिले में स्थानांतरित किया जा रहा है। नालंदा परिसर के निर्माण से क्षेत्र में शैक्षणिक एवं सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।प्रशासन का कहना है कि खंडहर हो चुके भवनों के स्थान पर एवं उपलब्ध खाली भूमि में नालंदा परिसर का निर्माण विकास की दृष्टि से उचित एवं आवश्यक पहल है।
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