नईदिल्ली,24 दिसंबर। साइबर अपराधियों ने इस साल क्रिप्टोकरेंसी चोरी के मामले में एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। ब्लॉकचेन निगरानी फर्मों के अनुसार, इस वर्ष उन्होंने 2.7 अरब डॉलर (करीब 240 अरब रुपये) की क्रिप्टोकरेंसी चोरी हुई। 2024 में हैकर्स ने 2.2 अरब डॉलर (करीब 197 अरब रुपये) और 2023 में यह कुल राशि 2 अरब डॉलर (करीब 180 अरब रुपये) थी। इस साल हैकर्स ने दुबई स्थित क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बायबिट में अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी चोरी को अंजाम दिया।
हैकर्स ने बायबिट में लगभग 1.4 अरब डॉलर (करीब 125 अरब रुपये) की क्रिप्टोकरेंसी पर हाथ साफ किया, जिसने डिजिटल करेंसी की दुनिया को हिलाकर रख दिया। ब्लॉकचेन विश्लेषण फर्मों के साथ-साथ एफबीआई ने भी इस बड़ी चोरी के लिए उत्तर कोरियाई सरकार के हैकर्स को जिम्मेदार ठहराया। इससे पहले 2022 में रोनिन नेटवर्क और पॉली नेटवर्क पर हुए साइबर हमलों में क्रमश: 62.40 करोड़ डॉलर (5,600 करोड़ रुपये) और 61.10 करोड़ डॉलर (5,500 करोड़ रुपये) की चोरी हुई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी निगरानी करने वाली फर्म चेनैलिसिस ने यह भी बताया कि इस साल व्यक्तिगत क्रिप्टो वॉलेट से 7 लाख डॉलर (करीब 6.3 करोड़ रुपये) चुराए गए हैं। उत्तर कोरियाई सरकार के हैकर्स 2025 में सबसे सफल क्रिप्टो चोर साबित हुए, जिन्होंने कम से कम 2 अरब डॉलर (करीब 180 अरब रुपये) की चोरी को अंजाम दिया। 2017 से अब तक इन्होंने लगभग 6 अरब डॉलर (करीब 540 अरब रुपये) की चोरी की है।
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