नईदिल्ली,26 दिसंबर। स्विगी और जोमैटो की पैरेंट कंपनी इटरनल के शेयरों में आज (26 दिसंबर) सुबह-सुबह गिरावट देखने को मिल रही है। आज दोनों शेयर करीब 2 प्रतिशत तक टूट गए, जिससे बाजार में हलचल दिखी। स्विगी का शेयर लगातार चौथे सत्र में गिरकर 391.40 रुपये पर आ गया, जबकि इटरनल का शेयर फिसलकर 279.70 रुपये तक पहुंच गया, जो करीब 5 महीने का निचला स्तर है। इस गिरावट से निवेशकों का सेंटिमेंट कमजोर हुआ और सतर्कता बढ़ी।
शेयरों में गिरावट की बड़ी वजह डिलीवरी पार्टनरों की प्रस्तावित अखिल भारतीय हड़ताल मानी जा रही है। अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर काम करने वाले डिलीवरी वर्कर्स ने 25 और 31 दिसंबर को हड़ताल का आह्वान किया है, जिससे ऑपरेशंस प्रभावित होने की आशंका है। यूनियनों का कहना है कि कमाई घट रही है और काम का दबाव लगातार बढ़ रहा है। त्योहारों के सीजन में हड़ताल की आशंका से निवेशकों की चिंता और अनिश्चितता बढ़ गई है।
डिलीवरी वर्कर्स पारदर्शी सैलरी स्ट्रक्चर, सही काम के घंटे, खर्च की भरपाई और पक्का काम बंटवारे की मांग कर रहे हैं, ताकि आमदनी स्थिर रह सके। इसके अलावा, 10 मिनट डिलीवरी जैसे मॉडल हटाने, अकाउंट सस्पेंशन में सही प्रक्रिया अपनाने, बेहतर बीमा, सेफ्टी गियर और जरूरी रेस्ट ब्रेक की मांग भी शामिल है। यूनियनों का कहना है कि मौजूदा सिस्टम में सुरक्षा, सम्मान और भविष्य तीनों से समझौता हो रहा है।
शेयरों पर दबाव इसलिए भी बढ़ा, क्योंकि क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो के जल्द आईपीओ दाखिल करने की खबरें आई हैं। जेप्टो 26 दिसंबर को गोपनीय तरीके से डीआरएचपी फाइल कर सकती है, जिससे प्रतिस्पर्धा बढऩे की उम्मीद है। निवेशकों को बढ़ते कॉम्पिटिशन और मार्जिन दबाव की चिंता है। बीते 5 दिनों में स्विगी का शेयर 4 प्रतिशत से ज्यादा गिरा है, जबकि इटरनल के शेयरों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है।
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